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अंगुलियां चटकाने पर क्यों आती है आवाज, क्या आपने कभी सोचा – पढ़ें व देखें Video रपट
हम सभी ने जिंदगी में अंगुलियों (Fingers) को चटका कर जरूर देखा होगा। अंगुलियों को चटकाने पर जो आवाज आती है वो मन (Mind) को अच्छी लगती है, लेकिन ये आवाज क्यों आती है, कभी आपने कभी सोचा। नहीं सोचा तो हम आपको बताने जा रहे हैं कि ये आवाज (Sound) क्यों आती है। बताते हैं कि अमेरिका और फ्रांस के शोधकर्ता कहते हैं कि इसकी वजह गणित के तीन समीकरणों से पता लगाई जा सकती है। उनकी मानें तो ये आवाज हड्डियों के जोड़ में मौजूद तरल पदार्थ में बुलबुले फूटने की वजह से आती है। हालांकि, अभी तक इस मसले को लेकर वर्षों से बहस से चली आ रही है।
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पहले समीकरण के अनुसार जब हम अंगुलियों को चटकाते हैं तो हमारी हड्डियों के जोड़ों में अलग-अलग दबाव होता है।
जबकि दूसरे समीकरण के अनुसार अलग दबाव से बुलबुलों का साइज भी अलग ही होता है।
तीसरे समीकरण में अलग-अलग साइज वाले बुलबुलों को आवाज करने वाले बुलबुलों के साइज के साथ जोड़ा।
इन तीनों समीकरणों से एक पूरा गणित का मॉडल बन गया जोकि अंगुलियां चटकाने पर आने वाली आवाज के कारण के बारे में बताता है।
अंगुलियां चटकाने पर आवाज का कारण
जब हम अपनी अंगुलियां चटकाते हैं तो उस समय हम अपने जोड़ों को खींच रहे होते हैं और ऐसा करते समय दबाव कम होता है। बुलबुले तरल के रूप में होते हैं, जिसे साइनोवियल फ्लूइड कहा जाता है। अंगुलियां चटकाने पर जोड़ों का दबाव बदलता है और उससे बुलबुले भी तेजी से घटने और बढ़ने लगते हैं। इसी वजह से अंगुलियां चटकाने पर आवाज आती है।
इसके उलट है सिद्धांत
इस मॉडल से दो अलग और विपरीत सिद्धांतों में एक संबंध बनता हुआ दिखाई दे रहा है। बुलबुले फूटने से आवाज़ आने वाली बात सबसे पहले 1971 में सामने आई थी। इसके वर्षें बाद नए प्रयोगों के बाद इसे फिर से चुनौती दी गई जिसमें बताया गया है कि बुलबुले अंगुलियों चटकाने के काफी देर बाद भी फ्लूइड में बने रहते हैं। इस मॉडल पर विश्वास करें तो बुलबुलों के फूटने से ही आवाज आती है इसलिए अंगुलियां चटकने के बाद भी छोटे बुलबुले तरल में बने रहते हैं।
साइंटिफिक रिपोटृर्स जनरल में प्रकाशित हुई इस स्टडी से पता चलता है कि बुलबुले फूटने से जो दबाव बनता है उससे वेव पैदा होती है जिसे गणित के समीकरणों द्वारा जाना और मापा जा सकता है। कुछ लोग अंगुलियां नहीं चटका पाते हैं और इसका कारण अंगुलियों के टखनों की हड्डियों में ज्यादा जगह होना है जिससे दबाव उतना नहीं बन पाता है जिससे की आवाज आ सके। क्या आप इससे कुछ समझ पाए कि क्यों अंगुलियां चटकाने पर आवाज आती है।