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Live: सांसद रामस्वरूप पंचतत्व में विलीन, बड़े बेटे ने दी मुखाग्नि
जोगिंद्रनगर। मंडी संसदीय सीट से (BJP) बीजेपी सांसद रामस्वरूप शर्मा (Ramswaroop Sharma) का अंतिम संस्कार राजकीय सम्म्मान के साथ मच्छयाल स्थित श्मशान घाट में किया गया। उनके बड़े बेटे शांति स्वरूप (Shanti Swaroop) ने मुखाग्नि दी। इस दौरान भारी भीड़ उमड़ी हुई थी। इससे पहले उनकी अंतिम यात्रा जलपेहड़ स्थित उनके पैतक निवास स्थान से मच्छयाल तक लाई गई। वहीं पर उनका अंतिम संस्कार किया गया। इससे पहले सीएम जयराम ठाकुर जोगिंद्रनगर (Jogindernagar) पहुंचे और पहले रामस्वरूप शर्मा के घर उनके परिवार को सांत्वना देने गए। इसके बाद सीएम जयराम मच्छयाल (Machhayal) में सांसद राम स्वरूप शर्मा के अंतिम संस्कार में पहुंचे और उनको श्रद्धांजलि दी।
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सीएम के अलावा पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल, पूर्व मंत्री नेता कौल सिंह ठाकुर, कैबिनेट मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर, सतपाल सत्ती सहित बीजेपी व कांग्रेस के कई नेता अंतिम संस्कार में मौजूद रहे। इससे पहले उनकी देह को अंतिम दर्शनों के लिए पैतृक गांव जलपेहड़ में रखा गया था। भारी संख्या में लोग उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे। आज सुबह ही उनके शव को दिल्ली से एंबुलेंस के जरिए जोगिंद्रनगर के जलपेहड़ में लाया गया था। सांसद राम स्वरूप शर्मा के निधन पर जोगिंद्रनगर व्यापार मंडल ने शोक जताया है। शोकस्वरूप आज जोगिंद्रनगर ( Jogindernagar) बाजार बंद रहेगा। उधर दोपहर बाद तीन बजे से मंडी बाजार भी बंद रहेगा। सांसद राम सवरूप शर्मा का बुधवार सुबह दिल्ली स्थित सरकारी फ्लैट में शव फंदे से लटका मिला था।

परिवार जांच से संतुष्ट नहीं हुआ तो सरकार विचार करेगी
जयराम ठाकुर ने कहा कि राम स्वरूप शर्मा की मौत के कारणों की जांच दिल्ली पुलिस कर रही है। वह इस बारे में परिवार के लोगों से बातचीत करेंगे और यदि परिवार के लोग जांच से संतुष्ट नहीं हुए तो फिर मामले की जांच किसी और एजेंसी से करवाने की दिशा में सरकार विचार करेगी। जयराम ठाकुर ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और इसे संगठन, सरकार व समाज के लिए एक अपूर्णिय क्षति बताया। उन्होंने कहा कि राम स्वरूप शर्मा संगठन और आम लोगों की सेवा के लिए समर्पित भाव से काम करते थे और उनकी कमी को कभी पूरा नहीं किया जा सकता।
रामस्वरूप शर्मा दो बार के बीजेपी सांसद थे, जोकि एक साधारण परिवार से निकलकर देश की बड़ी पंचायत में पहुंचे थे। बीजेपी सांसद रामस्वरूप शर्मा के सुसाइड ने सबको हिलाया तो उनकी मौत ने कई सवाल खड़े किए। आखिर क्या थे कारण जिसके चलते वे ये निर्णय लेने को वो मजबूर हुए। संगठन का खासा था तजुर्बा रखने वाले रामस्वरूप बेहद मिलनसार व मृदभाषी थे। पहली ही मर्तबा लोस चुनाव में राजपरिवार को पटकनी देने वाले रामस्वरूप लगातार दो मर्तबा मंडी लोस क्षेत्र से चुने गए थे।
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10 जून 1958 को जन्मे रामस्वरूप शर्मा हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला के जोगिंद्रनगर के रहने वाले थे। वह सबसे पहले बीजेपी के मंडी जिला के संगठन सचिव बने और बाद में हिमाचल प्रदेश बीजेपी के संगठन सचिव बने। वह बीजेपी सरकार के वक्त खाद्य और नागरिक आपूर्ति निगम के उपाध्यक्ष भी रहे। उन्हें पार्टी ने 2014 में मंडी लोकसभा क्षेत्र से टिकट दिया तो उन्होंने उस वक्त कांग्रेस प्रत्याशी व तत्कालीन सीएम वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह को 39796 वोटों के अंतर से पराजित किया था। पार्टी ने उन्हें दोबारा 2019 में अपना प्रत्याशी बनाया और उन्होंने जीत दर्ज करवाई।