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हिमाचलः ऐतिहासिक गांव मलाणा में भीषण अग्निकांड, 16 मकान राख 150 प्रभावित
Last Updated on October 27, 2021 by saroj patrwal
कुल्लू। ऐतिहासिक प्राचीन गांव मलाणा में बीती रात भयंकर आगजनी से 16 मकान जलकर राख हो गए है और 150 लोग प्रभावित हुए है। बीती रात गांव के एक मकान में अचानक आग लगी इसके बाद एक के बाद एक दर्जनों घरों को आग ने अपने आगोश में ले लिया। इस दौरान गांव में अफरा-तफरी का माहौल बना, लोग अपने मकानों से सामान को बचाने के लिए कड़ी मशक्कत करते रहे।
दुखद पहलु यह है कि गांव के लिए सड़क सुविधा न होने से अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों घंटों पैदल चलकर गांव पहुंचे। प्रशासन की तरफ से एसडीएम विकास शुक्ला घटना स्थल पर पहुंच गए और होमगार्ड के जवानों की टीम भी घटना स्थल पर पहुंची। रातभर सैकड़ो ग्रामीणों, अग्निशमन व होमगार्ड के जवानों ने आग बुझाने के लिए कड़ी मशक्कत की । आज पर काबू पाया गया है। प्रारंभिक आंकलन के अनुसार इस अग्निकाण्ड में लगभग नौ करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।सीएम जय राम ठाकुर ने पिछली रात कुल्लू जिला के मलाणा गांव में आग लगने की घटना पर शोक व्यक्त किया है। आग लगने की इस घटना में 16 घर जल गए हैं, जिससे लगभग 150 लोग प्रभावित हुए हैं। सीएम ने जिला प्रशासन को घटना स्थल का दौरा कर प्रभावित परिवारों को तुरन्त राहत और पुनर्वास उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए।
कुल्लू स्थित ऐतिहासिक गांव मलाणा में आग लगने से 16 मकान जलने की खबर सुनकर बहुत दुखी हूं।
इस घटना से 150 लोग प्रभावित हुए हैं और करोड़ों का नुकसान आंका जा रहा है।
स्थानीय प्रशासन मौक़े पर जुटा है और उन्हें निर्देश दे दिए है कि राहत और बचाव कार्य में किसी तरह की कसर न रहे।
— Jairam Thakur (@jairamthakurbjp) October 27, 2021
डीसी आशुतोष गर्ग ने बताया कि रात लगभग एक बजे कुल्लू उपमण्डल के ऐतिहासिक गांव मलाणा के धाराबेहड़ में एक मकान में अचानक आग लगने की सूचना प्राप्त हुई। स्थानीय लोगों के अनुसार देखते ही देखते आग साथ लगते अन्य मकानों में फैल गई। इस घटना में 16 मकान जलकर राख होग और 150 लोग प्रभावित हुए हैं। प्रारंभिक आंकलन के अनुसार इस अग्निकाण्ड में लगभग नौ करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। सूचना मिलते ही तुरंत से अग्निशमन विभाग व पुलिस बलों को घटना स्थल के लिए रवाना किया गया। चूंकि मलाणा गांव के लिए लगभग एक घंटे का पैदल रास्ता है। इसके बावजूद फायर उपकरण व अन्य राहत सामग्री को स्पैन के माध्यम से प्रातः पौने चार बजे तक गांव में पहुंचाया गया।
डीसी ने कहा कि अग्निशमन विभाग ने प्रवाह जलस्त्रोत से पानी एकत्र करके इसे पाईपों के माध्यम से घटना स्थल पर उपयोग में लाकर पूरी तरह से आग पर काबू पा लिया। स्थानीय लोगों ने आग बुझाने का बहुत प्रयास किया, लेकिन सभी मकान लकड़ी के बने थे और रिहायशी मकानों के समीप ही पशुचारा इत्यादि का भी भण्डारण किया गया था जिसके चलते अधिक नुकसान हो गया। उन्होंने कहा कि प्राप्त सूचना के अनुसार जिस घर से आग शुरू हुई उसमें कोई व्यक्ति भी मौजूद नहीं था।आशुतोष गर्ग ने बताया कि राहत व बचाव कार्यों का जायजा लेने के लिय वह स्वयं एसपी गुरदेव शर्मा, एसडीएम विकास शुक्ला व राजस्व अधिकारियों के साथ प्रातःकाल मलाणा गांव पहुंचे। उन्होंने कहा कि प्रभावित परिवारों को फौरी राहत प्रदान की जा रही है।
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