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हिमाचलः 70 हजार पक्षियों से गुलजार हुआ पौंग बांध, 28 हजार बार हैडिड गूज
धर्मशाला। सर्दियों इस मौसम में पौंग बांध ( Pong Dam)का नजारा कुछ बदला सा है। यहां पर 70 हजार प्रवासी पक्षियों ( Migratory Birds)ने डेरा जमा लिया है। पौंग बांध में इस बार विभिन्न देशों 62 हजार विदेशी परिंदे पहुंचे हैं, जिनमें सबसे अधिक संख्या 28 हजार के लगभग बार हैडिड गूज ( Bar headed goose)की है, वहीं कॉमन कूट की संख्या 13 हजार के लगभग है। इसके अतिरिक्त 7 से 8 हजार पक्षी स्थानीय भी हैं, जिनका भी इन दिनों पौंग बांध जलाशय में जमावड़ा लगा हुआ है। हालांकि वन्य प्राणी विभाग को इस वर्ष विदेशी परिंदों की आमद में कमी की आशंका थी, लेकिन विदेशी परिंदों की आमद पिछले वर्ष की तरह यथावत जारी है।
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जानकारी के अनुसार ठंडे बर्फीले क्षेत्रों से सर्दियों में विदेशी परिंदे इस मौसम में पौंग बांध जलाशय का रुख करते हैं। हजारों किलोमीटर का सफर तय कर यह विदेशी परिंदे भोजन की तलाश में पौंग बांध क्षेत्र आते हैं। वन्य प्राणी विभाग द्वारा हर 15 दिन बाद इन पक्षियों की गणना की जाती है। जियो टैगिंग के माध्यम से पक्षियों की दूरी का आकलन किया जाता है। वन्य प्राणी विभाग की ओर से कुछ विदेशी परिंदों की पिछले वर्षों में जियो टैगिंग की गई है। वन्य प्राणी विभाग के अनुसार जो विदेशी परिंदे पौंग बांध जलाशय पहुंचते हैं, वो अप्रैल तक यहीं रहते हैं। कुछ समय यहां गुजारने के बाद पक्षी साउथ का भी रुख करते हैं, फिर से वापिस पौंग बांध जाते हैं, कुछ दिन यहां बिताने के बाद ही वापस अपने देशों की ओर रुख करते हैं। इनमें से भी कई विदेशी परिंदे हैं, जो वापस नहीं लौटते, विभाग का कहना है कि यह भी विश्लेषण का विषय है कि विदेशी परिंदे वापिस क्यों नहीं लौटते।
वन्य प्राणी वृत्त धर्मशाला की सीसीएफ उपासना पटियाल के अनुसार पौंग बांध जलाशय में अब तक 70 हजार पक्षी पहुंच चुके हैं, जिनमें 62 हजार के करीब विदेशी परिंदे हैं, वहीं 7 से 8 हजार स्थानीय पक्षी हैं। विदेशी परिंदों में सबसे अधिक 28 हजार बार हैडिड गूज हैं तथा 12-13 हजार कॉमन कूट हैं। विदेशी परिंदे पौंग बांध से साउथ भी जाते हैं, फिर वापिस पौंग आते हैं। विदेशी परिंदे अप्रैल माह तक यहां रुकते हैं।