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गर्भवती महिलाओं की सुन लो पुकार गायनी स्पेशलिस्ट क्या कर रहीं हैं जनाब
बड़े अंतराल के बाद उपमंडलीय नागरिक अस्पताल गोहर को मिले स्त्री रोग विशेषज्ञ (गायनी स्पैशलिस्ट) से लोगों को राहत मिलने की उम्मीद जगी थी, लेकिन यह राहत डाक्टर के अस्पताल में ज्वाइनिंग करने तक ही सिमट कर रह गई है। जानकारी के अनुसार सिविल अस्पताल गोहर में कोरोना काल के दौरान नवंबर 2020 को गायनी स्पैशलिस्ट डाॅक्टर ने अन्य अस्पताल से तबादला होने पर पद ग्रहण किया और दूसरे दिन कुछ समय के लिए लिव पर चले गए। जब डाक्टर की छुट्टियां समाप्त हुई तो उन्होंने छुट्टी के लिए एक और अर्जी दे दी। लेकिन तब से लेकर आज दिन तक गायनी स्पैशलिस्ट ने गोहर अस्पताल के दर्शन तक नहीं किए। जिससे मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा। वहीं नियमानुसार अस्पताल में डाक्टर का पद रिक्त न होने के कारण अन्य किसी डाक्टर को तैनात करने के लिए सरकार भी परेशानी में हैं। हालांकि अस्पताल में तैनात अन्य एमबीबीएस डॉक्टर गर्भवती महिलाओं की नॉर्मल डिलीवरी के सेवाएं तो देते आ रहे हैं। लेकिन क्रिटिकलि केस व स्त्री रोग से सबंधित मामलों में अधिकतर लोगों को समाधान व जानकारी के लिए बड़े अस्पतालों नेरचौक और मंडी का रुख करना पड़ रहा है। लोगों में भारी रोष है कि अस्पताल में विशेषज्ञ डाक्टर का पद तो भर दिया है। मगर मरीजों को डाक्टर के करीब डेढ़ साल से दर्शन तक नसीब नहीं हो पा रहे हैं। विभागीय सूत्रानुसार अस्पताल प्रशासन जहां अनुशासनात्मक कार्रवाई करने में जुटा है। वहीं उक्त चिकित्सक के अस्पताल से लंबे समय से नदारद रहने पर प्रसूति वाली महिलाओं को भारी भरकम फीस देकर निजी अस्पतालों के भरोसे उपचार करवाने को मजबूर होना पड़ता जा रहा है। लोगों ने अस्पताल में स्त्री रोग विशेषज्ञ को या तो हटाने या फिर समयबद्ध ड्यूटी करने की मांग उठाई है।