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मुकेश अग्निहोत्री ने सीएम से पूछा सवाल, पूरे प्रदेश की जिम्मेदारी किसकी
ऊना। धर्मशाला विधानसभा (Dharamsala Assembly) के बाहर खालिस्तान के झंडे लगाने को लेकर नेता प्रतिपक्ष ने प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था (Law and order) पूरी तरह से फेल हो चुकी है। वहीं, लैंड सीलिंग को लेकर उद्योग विभाग (Industry Department) द्वारा जारी अधिसूचना पर भी सरकार को जमकर निशाने पर लिया। मुकेश ने कहा कि प्रदेश की सरकार हिमाचल की जमीनों को बेचने का प्रयास कर रही है और बीजेपी (BJP) की सरकारों में ऐसे प्रयास पहले भी हो चुके है।
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उन्होंने खालिस्तान झंडे फहराने को लेकर कहा कि प्रदेश में ऐसी घटनाएं तब भी नहीं हुई जब आतंकवाद (Terrorism) का दौर था। अब लोग ऐसा दुस्साहस करने लगे और विधानसभा तक पहुंच जाएं तो यह चिंतणीय है। विदेश में बैठे लोग कभी शिमला (Shimla) में खालिस्तान के झंडों को फहराने की बात कहते हैं तो कभी ऊना में दीवारें पौत देते हैं, लेकिन सरकार बजाए सबक लेकर सतर्क रहती और नींद से जागी होती तो ऐसा न होता। मुकेश ने कहा कि सीएम (CM) कह रहे हैं कि रात के अंधेरे में असामाजिक तत्व कर गए, लेकिन सीएम यह नहीं जानते कि बात चाहे अंधेरे की हो या दिन के उजाले की दिन हर पल प्रदेश की जनता की सुरक्षा उनकी और सरकार का जिम्मा है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को यह बात समझ लेनी चाहिए कि इस पूरे मामले की जिम्मेदारी बीजेपी सरकार (BJP Government) की है। कांग्रेस इस घटना की निंदा करती हैं और प्रदेश में ऐसी वारदातों को अंजाम देने वाले बचकर नहीं जाने चाहिए। मुकेश ने कहा कि क्या प्रदेश पुलिस की इस संबंध में कोई भूमिका नहीं है, पुलिस की भूमिका केवल पेपर लीक कराने की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में माफिया दनदना रहा है और उसे पुलिस का संरक्षण है। उन्होंने कहा कि जब से पंजाब में सत्ता परिवर्तन हुआ है, तब से प्रदेश में भी ऐसा हो रहा है।
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विस अध्यक्ष ने तपोवन विधानसभा परिसर में सुरक्षा प्रबंधों का लिया जायजा
धर्मशाला। खालिस्तानी समर्थकों द्वारा धर्मशाला विधानसभा के मुख्य गेट पर झंडे फहराने और दीवारों पर खालिस्तान के नारे लिखे जाने की घटना के उपरांत विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार (Assembly Speaker Vipin Parmar) ने आज तपोवन विधानसभा परिसर का दौरा कर अधिकारियों को सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने पुलिस अधीक्षक डॉ. खुशहाल शर्मा (Superintendent of Police Dr. Khushal Sharma) तथा उपायुक्त कांगड़ा डा. निपुण जिंदल के साथ विधानसभा में पिछले दिन की घटना को लेकर विस्तार से चर्चा की तथा इस घटना में संलिप्त लोगों को पहचान कर आवश्यक कार्रवाई अमल में लाने के निर्देश भी दिए।
विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार ने कहा कि हिमाचल को देवभूमि तथा शांतिप्रिय राज्य के रूप में पूरे देशभर में जाना जाता है, राज्य में जनता के बीच आपसी सौहार्द तथा भाईचारा कायम है और अगर इस भाईचारे और शांति को नुक्सान पहुंचाने की कोशिशें कभी भी कामयाब नहीं हो सकती हैं। विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार ने विधानसभा परिसर में सुरक्षा के इंतजामों का भी निरीक्षण किया। इस अवसर पर उपायुक्त डा. निपुण जिंदल तथा पुलिस अधीक्षक खुशाल शर्मा ने विधानसभा अध्यक्ष को घटना की जांच को लेकर अब तक की अपडेट जानकारी दी तथा विधानसभा परिसर के सुरक्षा प्लान के बारे में भी विस्तार से जानकारी प्रदान की गई।