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दुनिया के इस देश में साइकिल चलाने के लिए बनवाना पड़ता है लाइसेंस
साइकिल से बेहतर और कोई एक्सरसाइज नहीं है, यह तो हम सभी जानते हैं। इससे ईंधन की बचत तो होगी ही है साथ में पर्यावरण को भी कोई नुकसान नहीं पहुंचता। कोरोना के दौर में हम सभी अपने- अपने स्वास्थ्य को लेकर सजग हुए है। लोगों ने स्वस्थ जीवन जीने के लिए साइकिल भी चलाई। हमारे देश में आज भी लोग आने-जाने के लिए साइकिल का इस्तेमाल करते हैं। वाहन चालाने के लिए आप को लाइसेंस की जरूरत पड़ती है लेकिन साइकिल के लिए नहीं। एक देश ऐसा है जहां पर साइकिल चलाने के लिए भी लाइसेंस की जरूरत पड़ती है।
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इजराइल का नाम तो आप ने सुना होगा। इस देश में साइकिल चलाने के लिए भी लाइसेंस बनवाना पड़ता है। अगर आप इजराइल में बिना लाइलेंस साइकिल चलाते पाए गए तो इसके लिए आपको सजा और जुर्माना भरना पड़ सकता है ।इजराइल दुनिया के सबसे छोटे देशों में से एक है, लेकिन इसकी गिनती सबसे शक्तिशाली देशों में होती है। यह एक ऐसा देश है जो चारों तरफ से दुश्मन देशों से घिरा हुआ है और दुश्मन भी ऐसे हैं जो मौका मिलते ही इज़राइल को किसी भी तरीके से खत्म कर देना चाहते हैं। अपनी आजादी के समय इजरायल एक बंजर जमीन का टुकड़ा मात्र था, जहां ना खेती की जा सकती थी और ना ही वहां पानी का स्त्रोत था। लेकिन जल्दी हीं टेक्नोलॉजी के दम पर इजरायल खाद्यान्न के मामले में आत्मनिर्भर बन गया। आज के डेट में इजरायल अपनी जरूरत का 93 प्रतिशत खाद्य पदार्थ खुद पैदा करता है। इसके अलावा समुद्र के पानी को साफ करके पीने और दूसरे कामों में प्रयोग करता है।
अब बात करते हैं ऐसे देश की जहां पर सबसे ज्यादा साइकिल का इस्तेमाल होता है तो वह देश है नीदरलैंड्स। नीदरलैंड दुनिया का ऐसा देश है, जहां का प्रधानमंत्री भी साइकिल से चलता है। जी हां, नीदरलैंड के प्रधानमंत्री मार्क रटे भी साइकिल से ही संसद जाते हैं। दरअसल, नीदरलैंड की राजधानी एम्स्टर्डम में भी साइकिल चलाने वालों के लिए अलग से खूबसूरत सड़कें और दूसरी कई तरह की सुविधाएं भी दी गई हैं। अगर कोई शख्स साइकिल चलाकर अपने ऑफिस पहुंचता है तो उसे हर एक किलोमीटर के हिसाब से 0.22 डॉलर यानी 17 रुपए दिए जाते हैं। मसलन, आपके घर से यदि दफ्तर की दूरी 6 किलोमीटर है तो आपको रोजाना 102 रुपए मिलेंगे