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कई जीव-जंतुओं का है आशियाना, ये 300 साल पुराना बरगद का पेड़
इस पेड़ पर कई पक्षी चहचहाते रहते हैं। कई पक्षियों ने तो इस पर अपना घौंसला भी बनाया हुआ है। गांव के लोग इस पेड़ से खास लगाव करते हैं। इस बरगद के पेड़ के कारण फतेहगढ़ साहब (Fatehgarh Sahib) में आने वाले गांव चोल्टी कलां (Cholti Kalan) का नाम विदेशों में भी मशहूर हो गया है। बाहर के लोग भी इस पेड़ को देखने के लिए आते हैं। गांववाले पूरी तरह से इस पेड़ की देखभाल करते हैं।
जीव-जंतुओं का बसेरा
इस विशाल बरगद के पेड़ ने कई जीव-जंतुओं को अपना आश्रय दिया हुआ है। इस पेड़ की छत्रछाया में काफी संख्या में पक्षी और जंगली जीवों का बसेरा है। इस पेड़ पर मोर, सांप, उल्लू, कीड़े, मिलीपेड जैसे कई जीव-जंतु रहते हैं।