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सावन के तीसरे सोमवार बन रहे हैं ये खास योग, शिव को लगाएं इन चीजों का भोग
भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए सावन माह से बाहरतर कुछ नहीं। आज सावन माह का तीसरा सोमवार है, साथ ही आज अधिक मास के पहले सोमवार का व्रत भी है। ऐसे में इस खास दिन भगवान शिव की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाएंगी। हिंदू पंचांग के अनुसार, श्रावण मास का तीसरा सोमवार व्रत श्रावण (अधिक) शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि के दिन रखा जाएगा। इस विशेष दिन पर शिव योग, रवि योग और हस्त नक्षत्र का निर्माण हो रहा है। शिव योग दोपहर 02:52 बजे तक रहेगा, वहीं रवि योग सुबह 05:38 बजे से रात्रि 10:12 बजे तक रहेगा। इस दिन हस्त नक्षत्र रात्रि 10: 12 बजे तक रहेगा। मान्यता है कि शिव योग में भोलेनाथ की पूजा करने से वह बेहद प्रसन्न होते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, दिए गए इन शुभ मुहूर्त में भगवान शिव की उपासना करने से साधक को विशेष लाभ प्राप्त होता है।
ऐसे करें शिव की पूजा
सावन मास के तीसरे सोमवार के दिन भक्त सुबह जल्दी उठकर स्नान ध्यान करें और साफ वस्त्र धारण करें। इसके बाद गंगाजल से मंदिर को सिक्त करें। ऐसा करने के बाद शिवालय में भगवान शिव पर गंगाजल, दूध, पंचामृत, बेलपत्र, चंदन, अक्षत इत्यादि अर्पित करें। इसके बाद भगवान शिव को पंच फल और मिठाई अर्पित करें। इस दिन शिव चालीसा का पाठ करें और अंत में शिवजी की आरती के साथ पूजा संपन्न करें। जल अर्पित करते समय महामृत्युंजय मंत्र का जाप जरूर करें।
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भगवान शिव को लचाएं इन चीजों का भोग
- सावन सोमवार में शिव पूजा में घी, मेवे और सूजी से बने हलवे का भोग लगाएं। हलवा शिव के पसंदीदा खाद्य पदार्थों में से एक है। ऐसा करने पर घर में खुशहाली आती है।
- सफेद मिठाई और इस रंग के हर मिष्ठान महादेव के प्रिय है। सावन सोमवार के दिन चावल की खीर का नेवैद्य लगाने से चंद्र दोष दूर होता है। शिव की कृपा से मानसिक तनाव से मुक्ति मिलता है। चावल के देव अन्न माना गया है।
- तीसरे सावन सोमवार पर महादेव को 5 प्रकार के ऋतुफल का भोग लगाएं।साथ ही इन्हें गरीबों में दान भी दें। मान्यता है ऐसा करने वालों पर संतान की उन्नति के रास्ते खुलते हैं। नौकरी-व्यापार में तरक्की होती है।
- भोलेनाथ को ठंडाई अति प्रिय है। कहते हैं कि जब शिव जी ने समुद्र से निकला हलाहल विष पी लिया था तो उनकी पीड़ा शांत करने के लिए भोलेनाथ को ठंडी चीजें अर्पित की गई थी। तीसरे सावन सोमवार के दिन दूध, दही, ड्राईफ्रूट्स से बनी ठंडाई का भोग लगाएं। मान्यता है इससे आरोग्य का वरदान मिलता है।