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बीजेपी पार्षद से दुर्व्यवहार पर माफी मांगें मेयर, MC कमिश्नर को सौंपा ज्ञापन
शिमला। शिमला नगर निगम (Shimla MC) के हाउस में बीजेपी पार्षद और मेयर के बीच हुई कहा-सुनी का मामला राजनीतिक रंग लेने लगा है। बीजेपी ने पार्षद (BJP Councilor) के साथ हुए दुर्व्यवहार का विरोध करते हुए शुक्रवार को यहां एमसी आयुक्त (MC Commissioner) को ज्ञापन देकर मेयर से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की है। ज्ञापन में शहर के कृष्णा नगर वार्ड में लैंडस्लाइड की भेंट चढ़े स्लॉटर हाउस के आसपास सैनिटाइजेशन की मांग भी की गई है, ताकि बीमारी फैलने से रोका जा सके।
बीजेपी प्रदेश मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा ने कहा कि जिस तरह से नगर निगम के पिछले हाउस में महापौर (Shimla Mayor) ने पार्टी के कृष्णा नगर वार्ड से पार्षद बिट्टू पाना के साथ दुर्व्यवहार किया, वह निंदनीय है। इसके लिए उन्हें सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। नंदा ने कहा कि कृष्णा नगर (Krishna Nagar in Shimla) में क़साईख़ाना (Slaughter House) गिरने के बाद मारे गए पशुओं की सफाई का काम तेज नहीं हो पा रहा है। इससे लोगों में महामारी का भय फैला है। इस वार्ड की पूरी सफाई होनी चाहिए, साथ में सैनिटाइजेशन भी हो। इसके अलावा शहर की सड़कों को तुरंत ठीक किया जाए। कई उपनगरों की सड़कें अभी भी बंद पड़ी हैं, जिससे लोगों को दिक्कत हो रही है।
बोलने का मौका नहीं दिया जाता: बिट्टू
बीजेपी पार्षद बिट्टू पाना ने कहा की महापौर ने हाउस में जब चुने हुए प्रत्याशियों को बोलने का मौका नहीं दिया तो आम जनता को क्या मौका देंगे। जनप्रतिनिधि जनता के काम करवाने आते हैं और अगर उन कामों को वह नगर निगम एवं महापौर के समक्ष नहीं रखेंगे तो काम कहां से होंगे।
बोले महापौर: 15 से 20 मिनट तक बोलने का मौका मिला
दूसरी तरफ नगर निगम महापौर सुरेंद्र चौहान ने आरोपों को सिरे से नकारते हुए कहा कि बीजेपी पार्षद इस मामले को राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं। एमसी हाउस में बीजेपी पार्षद को 15 से 20 मिनट तक बोलने का मौका दिया गया है। एमसी सदन की एक अलग गरिमा है और नियमों के आधार पर सदन की कार्यवाही चलती है। पार्षद को सदन की बैठक में हंगामा करने का कोई अधिकार नहीं है। नियमों के भीतर रहकर ही सदन की कार्यवाही चलती है।