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जी20 का बड़ा कुनबा, अफ्रीकी यूनियन बना 21वां देश, पीएम मोदी ने किया ऐलान
नई दिल्ली। जी20 का नाम जल्दी ही बदलकर जी21 (G21) हो जाएगा। अफ्रीकी यूनियन अब जी20 का नया सदस्य बन गया है। पीएम नरेंद्र मोदी (PM Modi) की तरफ से शनिवार को इस बात का ऐलान किया गया। सबकी सहमति से अफ्रीकी यूनियन (African Union) को जी20 का सदस्य बनाया गया है। इस नई सदस्यता को भारत की अध्यक्षता में एक ऐतिहासिक कदम करार दिया जा रहा है। दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरील रम्फोसा सम्मेलन के लिए भारत आए हुए हैं।
यूरोपियन यूनियन के बाद जी20 सबसे बड़ा संगठन
जी 20 शिखर सम्मेलन का पहला सत्र शुरू होते ही पीएम मोदी ने जी20 के स्थायी सदस्य के रूप में अफ्रीकी संघ के प्रमुख को अपनी सीट लेने के लिए आमंत्रित किया। अफ्रीकी यूनियन के शामिल होते ही अब जी20 का नाम बदलकर जी21 किए जाने की उम्मीद है। अफ्रीकी यूनियन में कुल 55 देश शामिल हैं और जी20 में इसका शामिल होना एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा। इसके शामिल होते ही जी20, यूरोपियन संघ के बाद देशों का दूसरा सबसे बड़ा समूह बन जाएगा।
Advancing a more inclusive G20 that echoes the aspirations of the Global South!
PM @narendramodi extends a heartfelt welcome to President @_AfricanUnion and the President of Comoros Azali Assoumani.
Thrilled to have the African Union as a permanent member. A milestone for the… pic.twitter.com/SqwziRCwiT
— PMO India (@PMOIndia) September 9, 2023
भारत के लिए इसकी अहमियत
कोमोरोस जिसके राष्ट्रपति भारत आए हुए हैं, वह वेनिला द्वीप समूह का हिस्सा है। भारत के लिए यह हिंद महासागर के संदर्भ में बहुत ही महत्वपूर्ण है। वेनिला द्वीप, छह देशों का एक समूह है जो साल 2010 में शामिल हुआ था। यह दक्षिण-पश्चिम हिंद महासागर में स्थित है। इसके देश हैं कोमोरोस, मॉरीशस, मैयट, सेशेल्स, मेडागास्कर और रीयूनियन।
अगले साल मिलेगी पूर्ण सदस्यता
आधिकारिक ऐलान के बाद भी अफ्रीकी संघ की प्रवेश प्रक्रिया में कई महीने लग सकते हैं। माना जा रहा है कि अगले साल जब ब्राजील (Brazil) में इसका आयोजन होगा तो राष्ट्रपति लुइज इनासियो दा सिल्वा की अध्यक्षता में 19वें जी20 सम्मेलन के दौरान यह पूर्ण सदस्य के तौर पर शामिल होगा। अफ्रीकी यूनियन के सदस्यों के पास सामूहिक रूप से करीब 2.26 खरब डॉलर की जीडीपी है। इस वजह से यह संघ दुनिया की 11वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था (World 11th Biggest Economy) के रूप में जाना जाता है। बाली में हुए जी20 सम्मेलन में रूस और अमेरिका जैसे देशों ने भी अफ्रीकी संघ को शामिल करने के लिए समर्थन किया था। जून में पीएम मोदी ने औपचारिक रूप से जी20 देशों के नेताओं के सामने पूर्ण सदस्यता देने का विचार रखा।