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ट्रकों की हड़ताल से हिमाचल में मच सकता है कोहराम, अधिकांश पेट्रोल पंप सूखे
लेखराज धरटा/शिमला। नए हिट एंड रन कानून (New Hit And Run Law) का असर नए साल की पहली तारीख को हिमाचल (Himachal Pradesh) में नजर आ गया। मंगलवार को यह संकट और गहरा सकता है, क्योंकि राज्य के अधिकांश पेट्रोल पंप सूख (Fuel Pump Dried) गए हैं। यह नौबत इस कानून का विरोध कर रहे ट्रक ड्राइवरों के हड़ताल (Truck Drivers Strike) के कारण आई है। ऐसे में हिमाचल की लाइफलाइन सरकारी और प्राइवेट बसें भी खड़ी हो जाएंगी।
पेट्रोल-डीजल की तंगी के कारण राज्य में निर्माण कार्यों के लिए सप्लाई भी तकरीबन बंद हो गई है। अगर वाहनों को पेट्रोल-डीजल नहीं मिला तो प्रदेश में खाद्य वस्तुओं, दूध, दही, ब्रेड, मक्खन, सब्जियों इत्यादि की सप्लाई (Supply Of Essential Things) पर भी बुरा असर पड़ सकता है। जो लोग अपनी गाड़ी में अभी सामान ला रहे हैं, उन्हें भी पेट्रोल-डीजल नहीं मिल पा रहा है।
सोलन में राशनिंग के आदेश
हिट एंड रन केस में केंद्र ने 10 साल की सजा और 5 से 7 लाख रुपए जुर्माने (Fine) का प्रावधान किया है। इसके विरोध में देशभर के ड्राइवर हड़ताल पर है। सोलन में खाद्य आपूर्ति जिला कंट्रोलर ने सभी पेट्रोल पंप संचालकों को पेट्रोल-डीजल की राशनिंग (Fuel Rationing) करने के निर्देश दिए है। इन आदेशों में कहा गया है कि 10 से 20 लीटर से ज्यादा तेल किसी भी गाड़ी न डाला जाए।
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यहां बस सेवाओं पर पड़ेगा असर
अगर पेट्रोल-डीजल का संकट गहराता है तो HRTC कुछ रूट्स को क्लब (Clubbing Of Routes) कर सकता है। ऐसे में एक रूट पर एक ही बस चलाने की नौबत आ सकती है। हिमाचल के सोलन, कांगड़ा, ऊना, बिलासपुर, मंडी, कुल्लू और शिमला जिला के ज्यादातर पेट्रोल पंप खाली हो गए है। पंजाब से सटे इलाकों में ज्यादा किल्लत है।