-
Advertisement
सौ बैड का होगा डाडासीबा सिविल अस्पताल, सीएम ने किया निर्माण कार्य का निरीक्षण
CM Sukhwinder Singh Sukhu: डाडासीबा। सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू (CM Sukhwinder Singh Sukhu) ने कांगड़ा के जसवां प्रागपुर विधानसभा क्षेत्र के तहत निर्माणाधीन डाडासीबा नागरिक अस्पताल (Dadasiba Civil Hospital) का निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने लोक निर्माण विभाग ( PWD)को निर्माण कार्य में गुणवत्ता सुनिश्चित करने को कहा। सीएम ने कहा कि पहले चरण में यह अस्पताल 50 बिस्तर का बनाया जा रहा है और दूसरे चरण में इसकी क्षमता 100 बिस्तर तक बढ़ाई जाएगी।उन्होंने कहा कि जसवां क्षेत्र का यह प्रमुख सरकारी स्वास्थ्य संस्थान (Government health institutions)है और इस क्षेत्र के लोगों को सेवाएं प्रदान करता है, इसलिए अस्पताल में कमियों को दूर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अस्पताल का लगभग 50 प्रतिशत निर्माण पूरा हो चुका है और शेष निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए 3.61 करोड़ रुपए की आवश्यकता है, जिसे राज्य सरकार जल्द उपलब्ध करवाएगी।
इसके साथ ही यहां पर महिला रोग, हड्डी रोग, सर्जरी और एनेस्थिसिया के विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ-साथ लैब तकनीशियन भी तैनात किए जाएंगे। उन्होंने कहा डाडासीबा अस्पताल को राज्य सरकार आदर्श स्वास्थ्य संस्थान बनाएगी।
निर्माण कार्य में तेजी लाने की जरूरत
सीएम ने कहा कि डाडासीबा नागरिक अस्पताल का निर्माण कार्य बीते पांच वर्षों से धीमी गति से चल रहा है तथा इसमें तेजी लाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी स्वास्थ्य संस्थानों (Healthcare institutions) में बेहतर सुविधाएं प्रदान करने को राज्य सरकार विशेष अधिमान दे रही है तथा इस दिशा में सकारात्मक कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हाल ही में आयोजित प्रदेश केबिनेट की बैठक में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग में चिकित्सा अधिकारियों के 200 पद भरने का निर्णय लिया गया है।
इसके अतिरिक्त राज्य के विभिन्न चिकित्सा महाविद्यालयों में प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर तथा सहायक प्रोफेसर के 22 पद भरे जाएंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाने के लिए भी प्रयासरत है। सीएम ने कहा कि डॉ. राजेन्द्र प्रसाद चिकित्सा महाविद्यालय टांडा में आपाकालीन चिकित्सा अधिकारी के आठ पद भरे जाएंगे। साथ ही पंडित जवाहर लाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय चंबा में सहायक प्रोफेसर के पांच पद भरे जाएंगे, ताकि इन दोनों चिकित्सा महाविद्यालयों में ट्रॉमा सेंटर क्रियाशील कर लोगों को सुविधा प्रदान की जा सके।