- Advertisement -
शिमला। जानलेवा रोग एड्स को लेकर एक राहत की खबर है। आईसीटीसी केंद्रों की सेवा, मरीजों की काउंसलिंग व विशेष मार्गदर्शन, समय पर दवाई की उपलब्धता के कारण हिमाचल प्रदेश में एड्स का प्रकोप कम हुआ है।हिमाचल में 84 फीसदी एचआईवी मरीज डायग्नोस कर चुके हैं। वहीं, 82 फीसदी दवाई पर चल रहे हैं। एड्स कंट्रोल सोसाइटी के स्टेट प्रोग्राम ऑफिसर डॉ घनश्याम ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा 1 दिसंबर से 31 दिसंबर तक जागरुकता अभियान चलाया जाएगा। जिसमें विभिन्न कार्यक्रम के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाएगा। डॉ घनश्याम ने बताया कि अस्पतालों में संक्रमित रोगियों का इलाज निशुल्क किया जाता है। वहीं, एड्स रोगियों को सरकार 1500 रुपए मासिक भत्ते के तौर पर देती है।
डॉ घनश्याम ने बताया कि साल 2016 में 18 लाख 29 हजार 064 लोगों ने स्वचिक रूप से एचआईवी जांच करवाई। इस दिशा में निरंतर जागरूकता अभियान के कारण 5 लाख 70 हजार 417 गर्भवती महिलाओं ने भी अपनी जांच कराई थी। बता दें कि आईजीएमसी और टांडा में संक्रमितों के इलाज के लिए एंट्री रेट्रोवायरल थेरेपी मौजूद है। हिमाचल प्रदेश स्वास्थ्य विभाग हर साल करीब तीन लाख एचआईवी टेस्ट कर रही है।
- Advertisement -