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दिल्ली की हार के बाद Punjab की AAP सरकार खतरे में, मध्यावधि चुनाव के आसार
Arvind Kejriwal : दिल्ली की हार के बाद आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल की दिक्कते बढ़ गई हैं। उनके हाथ से पंजाब की सरकार जाने के आसार बनने लगे हैं। इसके चलते केजरीवाल ने आज दिल्ली में पंजाब के विधायकों की मीटिंग बुलाई है। इस बैठक के चलते सोमवार को होने वाली पंजाब सरकार (Punjab Govt) की कैबिनेट मीटिंग को भी स्थगित कर दिया गया था। अब पंजाब में 13 फरवरी को कैबिनेट मीटिंग (Cabinet Meeting) होगी। केजरीवाल की तरफ से बुलाई गई बैठक का एजेंडा अब तक स्पष्ट नहीं है। वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस दिल्ली में आप की हार के बाद से लगातार हमलावर है। इस बीच बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि पंजाब में मध्यावधि चुनाव (Mid-Term Elections In Punjab) संभव है और केजरीवाल, भगवंत मान को गद्दी से उतारकर खुद सत्तासीन हो सकते हैं।
दिल्ली के नतीजों ने केजरीवाल को दिन में तारे दिखाए
दिल्ली चुनाव के नतीजों ने केजरीवाल को दिन में तारे दिखा दिए हैं। दिल्ली (Delhi) में आप को बड़ा झटका लगा है। दिल्ली की सत्ता में 27 साल बाद बीजेपी की वापसी हो गई। हार के बाद आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) की नजर अब पंजाब की तरफ है। पंजाब एकमात्र राज्य, जहां आम आदमी पार्टी मजबूत है और सरकार में है। दिल्ली हारते ही अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के सीएम और आप विधायकों की एक बैठक बुलाई है। बैठक को लेकर कयासों का बाजार गर्म है, दावे किए जा रहे हैं कि अरविंद केजरीवाल पंजाब में सीएम (CM Punjab) बन सकते हैं। बीजेपी (BJP) और कांग्रेस (Congress) दोनों इन दावों को हवा दे रहे हैं। उनकी मानें तो अरविंद केजरीवला मौजूदा सीएम भगवंत मान (Bhagwant Mann) को हटाकर खुद सीएम की कुर्सी पर बैठ सकते हैं। हालांकि, इन दावों में कितनी सच्चाई है, यह आने वाले वक्त में पता चलेगा। फिलहाल तो आम आदमी पार्टी की बैठक से दिल्ली से लेकर पंजाब तक हलचल बढ़ गई है।
लुधियाना की विधानसभा सीट फिलहाल खाली
आम आदमी पार्टी ने वर्ष 2022 में पंजाब विधानसभा चुनाव में 117 में से 92 सीट जीतकर सरकार बनाई। मगर जैसे ही दिल्ली में आप की हार हुई, पंजाब में खलबली मच गई। कुछ लोगों का मानना है दिल्ली में पार्टी के नेतृत्व का पंजाब की सरकार पर प्रभाव बना हुआ है। ऐसी भी अटकलें हैं कि अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) अब पंजाब की राजनीति में अधिक प्रत्यक्ष भूमिका पर विचार कर सकते हैं। लुधियाना की विधानसभा सीट फिलहाल खाली है, इसलिए राजनीतिक जानकार अरविंद केजरीवाल के वहां से चुनाव लड़ने और सरकार का हिस्सा बनने की संभावना पर भी चर्चा कर रहे हैं।
-पंकज शर्मा