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मकर संक्रांति पर ना करें ये तीन काम, साल भर झेलना पड़ेगा नुकसान
हिंदू धर्म में कई सारे व्रत व पर्व को काफी महत्व माना जाता है। मकर संक्रांति (Makar Sankranti) का पर्व भी हिंदू धर्म में काफी महत्व रखता है। आज मकर संक्रांति का त्योहार मनाया जा रहा है। संक्रांति पर सूर्य धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करेंगे। मकर संक्राति पर सूर्यदेव दक्षिणायन से उत्तरायण होते हैं जिस कारण से इसे उत्तरायण पर्व भी कहते हैं। सूर्यदेव इस दिन धनु से मकर राशि में सुबह 09 बजकर 3 मिनट पर प्रवेश करेंगे। इस कारण से मकर संक्रांति 14 जनवरी को है।
मकर संक्रांति के दिन कुछ खास काम करने की परंपरा है, जैसे- स्नान, दान, तिल-गुड़, खिचड़ी का सेवन करना। वहीं, इस दिन कुछ खास काम करने की मनाही भी की गई है। मकर संक्रांति के दिन बिना स्नान और दान किए भोजन ग्रहण ना करें।
पूजा विधि- मकर संक्रांति का पर्व हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। इस त्योहार के देशभर के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग नामों से मनाया जाता है। मकर संक्रांति पर सूर्यदेव की विधि-विधान के साथ पूजा करने का महत्व होता है। मकर संक्रांति के दिन सुबह जल्दी उठकर घर के साफ-सफाई करने के बाद घर के पास किसी पवित्र नदी में स्नान करने जाएं और वहां पर स्नान करने के बाद सूर्य देव अर्घ्य दें। फिर सूर्यदेव से जुड़े मंत्रों का जाप करें और दान-दक्षिणा करें।
नहीं करें ये काम
मकर संक्रांति का दिन बेहद पवित्र माना गया है। इस दिन गलती से भी तामसिक भोजन (नॉनवेज, लहसुन-प्याज) और शराब का सेवन ना करें। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करके अपने कष्टों से मुक्ति पाएं।
इसके अलावा मकर संक्रांति के दिन दान करने का बहुत महत्व है। इस दिन तिल-गुड़ और खिचड़ी का दान करना चाहिए।
काले तिल और गुड़ का दान शनि देव और सूर्य देव की कृपा दिलाएगा। अगर घर के सामने कोई भिखारी आए तो उसे गलती से भी खाली हाथ ना लौटाएं। कहा जाता है कि ऐसा करना धन हानि का कारण बनता है।
मान्यता है कि अगर आप अपनी कुंडली के अनुसार दान करते हैं तो इससे ग्रह शुभ फल देते हैं।