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मंडी। हिमाचल प्रदेश में बीते कुछ दिनों से कोरोना संक्रमण (Corona infection) के मामलों में काफी बढ़ौतरी दर्ज की गई है इसके साथ ही मरने वालों का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है। इसी के मद्देनजर मंडी जिला प्रशासन ने नेरचौक कोविड केयर अस्पताल मे बढ़ती मरीजों की संख्या को देखते हुए सुंदरनगर के बीबीएमबी अस्पताल (BBMB Hospital Sundernagar) को डेडिकेटेड कोविड सेंटर बनाने का फैसला लिया है। यह जानकारी डीसी मंडी (DC Mandi) ऋग्वेद ठाकुर ने दी। उन्होंने बताया कि मंडी जिला कोरोना से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है, लेकिन ज्यादा मामले आने के कारण साथ के अस्पतालों को कोविड सेंटर बनाया जा रहा है, ताकि यहां पर कोरोना के कम लक्षण या थोड़े बहुत लक्षण आने पर संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
डीसी मंडी ने बताया कि आने वाले सोमवार से सुंदरनगर के बीबीएमबी अस्पताल को डेडिकेटेड कोविड सेंटर (Dedicated Covid Center) के रूप में शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि यहां पर 40 बेड होंगे जहां पर हर बेड पर ऑक्सीजन की पूरी सुविधा मौजूद रहेगी। उन्होंने बताया कि इसके लिए स्टाफ को भी पूरी तरह से ट्रेंड किया जा रहा है। जिससे की लोगों को बचाया जा सकेगा। डीसी मंडी (DC Mandi) ने जानकारी देते हुए बताया कि आने वाली जनवरी से भंगरोटू में भी एक फैब्रिकेटेड बिल्डिंग का निर्माण भी शुरू किया जाएगा। जिसमें कोरोना संक्रमितों के लिए 80 बेड की सुविधा होगी। इससे लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज व कोविड अस्पताल में मरीजों की संख्या में कमी आएगी। डीसी मंडी ने बताया कि आने वाले समय में नेरचौक मेडिकल कॉलेज को भी शुरू करने की योजना बनाई जा रही है।
डीसी मंडी ने जानकारी देते हुए बताया कि अब प्रदेश सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार जिला में कोरोना संक्रमण के टेस्टों में भी वृद्धि की जा रही है। ऋग्वेद ठाकुर ने बताया कि अभी तक जिला में रोजाना केवल 400 टैस्ट ही लिए जाते थे, लेकिन अब जिला में टेस्टों की संख्या को बढ़ाकर 1000 कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि जिला में पहले 17 स्थानों पर रैपिड एंटिजन टेस्ट की सुविधा थी जिसे अब बढ़ाकर 43 कर दिया गया है। डीसी ने सभी से आग्रह किया है कि मामलों की बढ़ती संख्या देखकर ना घबराएं। उन्होंने लोगों से ज्यादा से ज्यादा कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने व लक्षण आने पर तुरंत टेस्ट करवाने की अपील की है।
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