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हिमाचल में यहां नहीं जागा शासन-प्रशासन, भैंस के आगे बजाई बीन, देखें वीडियो
धर्मशाला। रीजनल सेंटर धर्मशाला (Regional Center Dharamshala) परिसर में सोमवार को एबीवीपी (ABVP) ने भैंस के आगे बीन बजाकर अनोखा प्रदर्शन किया। एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने कहा कि रीजनल सेंटर धर्मशाला यूनिवर्सिटी की स्थापना 1992 में की गई है, लेकिन स्थापना काल से आज तक इस विश्वविद्यालय (University) के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। कहने को तो यह हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (Himachal Pradesh University) का यह दूसरा कैंपस है, लेकिन इस विश्वविद्यालय की स्थिति काफी खराब है। प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अभिलाष शर्मा का कहना है कि छात्र एक ऐसे विश्वविद्यालय में शिक्षा ग्रहण करने के लिए मजबूर हैं, जिसमें विद्यार्थियों को मूलभूत आवश्यकताओं के लिए भी संघर्ष करना पड़ रहा है। एक छोटी सी बिल्डिंग में 13 विभाग भाग चल रहे हैं और छात्रावास (Hostel) ना होने के कारण छात्र-छात्राओं को दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं। उन्होंने आगे कहा कि छात्रों से एक सत्र में 3000 फीस ली जाती है। अगर धर्मशाला में एक रूम रेंट की बात करें तो 5000 रुपए में एक रूम मिलता है और सिर्फ केवल रूम रेंट ही को जोड़ें तो 60000 रुपए एक साल का बनता है। अभिभावक छात्रों को कड़ी मेहनत करके पढ़ाई के लिए भेजते हैं, लेकिन सुविधाएं नहीं मिलने से उनके साथ भी धोखा हो रहा है। उन्होंने कहा कि आज विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं को 12वां दिन भूख हड़ताल करते हुए हो गया है, लेकिन ना ही शासन और ना ही प्रशासन का कोई अधिकारी विद्यार्थियों की सुध लेने के लिए आया है।
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ये है छात्रों की मांगें
विश्वविद्यालय में छात्र-छात्रावास का निर्माण जल्द से जल्द शुरू किया जाए
परिषद की मांग है कि विश्वविद्यालय की भूमि की डिमार्केशन की जाए
विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के लिए यूनिवर्सिटी की बसों की व्यवस्था की जाए
विश्वविद्यालय में भवन का निर्माण जल्द से जल्द शुरू किया जाए
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