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भिखारी फैला सकते हैं Covid-19, उन्हें पैसे ना दें: चंडीगढ़ प्रशासन के सलाहकार
Last Updated on July 27, 2020 by Deepak
चंडीगढ़। देश भर में जारी कोरोना वायरस (Coronavirus) के कहर के बीच भारत समेत पूरे विश्व में गरीबी बढ़ी है। इस महामारी के दौर में जहां आम आदमी को अपने दैनिक जीवन में आर्थिक तंगहाली का सामना करना पड़ रहा है। वहीं इस दौरान गरीब तबके के लोगों की रोजी-रोटी पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं। इस सब के बीच चंडीगढ़ प्रशासन (Chandigarh administration) के सलाहकार मनोज परीदा ने रविवार को ट्वीट कर लोगों को भिखारियों (Beggars) को पैसा ना देने की सलाह देते हुए चेतावनी जारी की है। परीदा ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि ट्रैफिक सिग्नल पर ट्रैफिक रश के बीच में भिखारी बैठे होते हैं, उन्हें कोई भी भीख ना दे। यह भिखारी कोरोना फैलाने का माध्यम हो सकते हैं।
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उन्होंने आगे लिखा कि जब तक भीख मांगना अपराध की श्रेणी में नहीं आता, वह इन्हें जेल में नहीं रख सकते। प्रशासन जब इन्हें शेल्टर में रखता है, तो यह रोड पर पैसा जुटाने के लिए दौड़ जाते हैं। इसलिए कोरोना से बचने का यही सबसे बेहतर तरीका है कि भिखारी और भीख को ना कहा जाए। गौरतलब है कि सड़क किनारे भीख मांगने वाले लोग इस महामारी को लेकर उतने अधिक जागुरूक नहीं हो पाएं है, जिसकी वजह से अपने पेट की क्षुधा शांत करने के लिए भीख मांगने के दौरान उस तरह से सामाजिक दूरी के नियमों का पालन नहीं कर पाते हैं। ऐसे में इस बात की प्रबल संभावना है कि ये लोग जाने अनजाने में कभी भी कोरोना करियर बन सकते हैं। वहीं, आम लोग इन भिखारियों की हालत पर तरस खाकर इनकी मदद भी कर देते हैं। जिसके कारण इस पेशे में शामिल होने वाले लोगों की संख्या में भी बीते कुछ दिनों से इजाफा देखने को मिला है। जिसके चलते प्रशासन द्वारा लोगों को सतर्क करते हुए यह उनसे यह अपील की गई है कि वे इस महामारी के दौर में भिखारियों को भीख ना दें अन्यथा यह भी कोरोना का माध्यम बन सकते हैं।