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पुराने धुरंधर जरयाल-कुलदीप में हैं जंग,देखतें हैं क्या होगा अंत
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (Himachal Pradesh Assembly Election 2022) चल रहा है। चंबा जिले की भटियात सीट (Bhattiyat seat of Chamba district) पर जंग बीजेपी व कांग्रेस में है। फौजियों से अटे पडे इस विस क्षेत्र में राजपूत मतदाताओं (Rajput voters) की संख्या सबसे ऊपर है। बीजेपी-कांग्रेस ने इस मर्तबा भी अपने पुराने धुरंधरों को ही जंग के मैदान में उतारा है।
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वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी के विक्रम सिंह जरयाल (Bikram Singh Jaryal) यहां से विधायक हैं। वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए भटियात विधानसभा सीट पर बीजेपी ने तीसरी बार फिर अपने मौजूदा विधायक विक्रम जरयाल को टिकट दिया है, जबकि कांग्रेस ने भी फिर से कुलदीप सिंह पठानिया पर भरोसा जताया है। वहीं आम आदमी पार्टी ने नरेश कुमार को अपना कैंडिडेट बनाया है। देखने वाली बात ये है कि क्या इस बार विक्रम जरयाल जीत की हैट्रिक लगा पाते हैं,या कुलदीप पठानिया के सिर सेहरा सजता है।
वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के विक्रम जरयाल करीब सात हजार वोटों से कांग्रेस के कुलदीप सिंह पठानिया को हराकर भटियात सीट से विधायक चुने गए थे। विक्रम जरयाल को 29119 वोट मिले थे,जबकि कुलदीप पठानिया को 22234 वोटों से ही संतोष करना पड़ा था। वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में भी भटियात सीट पर बीजेपी का कमल खिला था।
इस सीट के इतिहास पर नजर डालने से पता चलता है कि वर्ष 1972 में कांग्रेस के पद्म 3,272 मत पाकर विधायक बने थे। वर्ष 1977 में जेएनपी से शिव कुमार, 1985 में कांग्रेस से कुलदीप सिंह पठानिया, 1990 में जद से शिव कुमार, 1993 में (Congress) कांग्रेस के कुलदीप, वर्ष 1998 में बीजेपी के किशोरी लाल, वर्ष 2003 में कांग्रेस के कुलदीप सिंह पठानिया, वर्ष 2007 में भी कांग्रेस के (Kuldeep Singh Pathania) कुलदीप सिंह पठानिया, वर्ष 2012 में बीजेपी से विक्रम सिंह जायरल और 2017 में भी बीजेपी (BJP) से विक्रम सिंह जरयाल यहां से चुनाव जीते।
भटियात विधानसभा क्षेत्र में बड़ी संख्या में राजपूत मतदाता हैं। यहां लगभग 32 फीसदी मतदाता राजपूत हैं जबकि करीब 27 फीसदी मतदाता अनुसूचित जाति संबंध रखते हैं। इसके अलावा यहां गुर्जर और गद्दी वोटर भी हैं। रोजगार की बात की जाए तो ऐसा माना जाता है कि यहां के ज्यादातर युवा सेना में हैं।