-
Advertisement
UP CM के मृत पिता के बहाने पास बनवाकर काफिले संग बद्रीनाथ जा रहे थे MLA, FIR दर्ज
टिहरी। उत्तर प्रदेश (UP) के नौतनवा से निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी देश भर में जारी लॉकडाउन (Lockdown) के बीच कुछ ऐसा कर दिया है, जिसके बारे में जानकर हर कोई हैरान है। दरअसल अमनमणि त्रिपाठी (Amanmani Tripathi) के खिलाफ उत्तराखंड के टिहरी जिले में लॉकडाउन नियमों का उल्लंघन करने का मुकदमा दर्ज किया गया है। मिली जानकारी के अनुसार देहरादून जिला प्रशासन ने सरकार के निर्देश बताते हुए यूपी निर्दलीय विधायक अमन मणि त्रिपाठी समेत दस लोगों को बद्रीनाथ (Badrinath) और केदारनाथ (Kedarnath) जाने का पास जारी कर दिया। लेकिन चमोली के जिला प्रशासने बद्रीनाथ के कपाट नहीं खुलने का हवाला देते हुए उन्हें चमोली जिले की सीमा से लौटा दिया।
यह भी पढ़ें: Corona in India – कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 42 हजार के पार, 1,373 ने गंवाई जान
पुलिस द्वारा बताया गया कि विधायक ने जो पत्र दिखाया, उसमें उन्होंने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के पिता के पितृ कर्म के लिए बद्रीनाथ-केदारनाथ जाने की बात कही थी। हालांकि, सीएम योगी के भाई महेंद्र ने किसी भी पितृ कार्य से इनकार किया है। जिसके बाद पुलिस ने विधायक सहित 12 लोगों को हिरासत में ले लिया। इन पर आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्होंने पुलिस प्रशासन को जो पास दिखाया वह हैरान कर देने वाला था। उन्हें तीन राज्यों में जाने की अनुमति दी गई थी। पास में तीन कारों के नंबर और 11 लोगों को यात्रा की अनुमति थी। उत्तराखंड के अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने 11 लोगों की अनुमति जारी की थी।
देहरादून से लेकर चमोली तक अमनमणि त्रिपाठी को पूरा प्रोटोकॉल दिया। हालांकि इस दौरान कर्णप्रयाग पुलिस ने जब इनको रोका तो विधायक ने अपने रुतबे को दिखाकर पुलिस से ही बदतमीजी कर दी। यहीं से मामला मीडिया की नजर में आ गया। आरोप है कि अमनमणि त्रिपाठी ने गौचर में डॉक्टर और स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों के साथ बदसलूकी की और रौब दिखाते रहे। अनुमति देखें तो पता चलता है कि अमनमणि त्रिपाठी को उनके काफिले के साथ 3 मई को श्रीनगर से बदरीनाथ, 5 मई को बदरीनाथ से केदारनाथ और 7 मई को केदारनाथ से वापस देहरादून जाने की अनुमति है। जिन तीन वाहनों के लिए अनुमति दी गई है, उनमें से दो वाहनों में यूपी का रजिस्ट्रेशन नंबर था और एक में उत्तराखंड का नंबर था।