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Himachal को 1,036 अतिरिक्त ऑक्सीजन कंसंट्रेटर देगी केंद्र सरकार
शिमला। सीएम जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) ने राज्य में कोविड-19 (Covid-19) की स्थिति की समीक्षा के लिए आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि केंद्र सरकार की ओर से राज्य को 1,036 अतिरिक्त ऑक्सीजन कंसंट्रेटर (Oxygen Concentrators) प्रदान किए जाएंगे। जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन सिलेंडरों (Oxygen Cylinders) की समुचित आपूर्ति सुनिश्चित की जानी चाहिए, ताकि मरीजों को ऑक्सीजन की कमी ना हो। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने केंद्र से प्रदेश के लिए ऑक्सीजन कोटा 10 मीट्रिक टन बढ़ाने का भी आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने पहले ही ऑक्सीजन कोटा 15 मीट्रिक टन से बढ़ाकर 30 मीट्रिक टन कर दिया है। उन्होंने कहा कि मरीजों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए राज्य में पहले से ही 6,200 डी-टाइप और 2,200 बी-टाइप के सिलेंडर उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि राज्य द्वारा सीएसआर (CSR) के अंतर्गत विभिन्न एजेंसियों से 250 सिलेंडर प्राप्त हुए हैं।
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20 किलोलीटर ऑक्सीजन क्रायोजेनिक टैंक होंगे स्थापित
सीएम ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य के लिए 20 किलोलीटर ऑक्सीजन क्रायोजेनिक टैंक स्थापित करने के लिए भी प्रयासरत हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के दो टैंक आईजीएमसी शिमला (IGMC Shimla) और डॉ. राजेंद्र प्रसाद राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय, अस्पताल टांडा में लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सीएसआर के अंतर्गत अधिक से अधिक ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करवाने के भी प्रयास किए जाने चाहिए। जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्य के सभी 200 बिस्तरों और उससे अधिक बिस्तरों की क्षमता वाले अस्पतालों में ऑक्सीजन की सुविधा को कई गुणा बढ़ाने के प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार के लक्षण वाले मरीजों की पहचान करने के लिए विशेष अभियान चलाया जाना चाहिए, ताकि उनकी शीघ्र जांच की जा सके और उसके अनुसार उपचार उपलब्ध कराया जा सके। उन्होंने राज्य में कोविड-19 प्रबंधन के लिए बेहतर तंत्र शुरू करने की आवश्यकता भी महसूस की। उन्होंने कहा कि इस वायरस की गंभीरता के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष जागरूकता अभियान चलाया जाना चाहिए।
मृत्यु दर कम करने के लिए पूर्ण योजना तैयार करने को कहा
सीएम ने कहा कि क्षमता बढ़ाने और वायरस के कारण मृत्यु दर कम करने के लिए पूर्ण योजना तैयार की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि विशेषकर हमीरपुर (Hamirpur) और ऊना (Una) जिलों में अतिरिक्त सुविधाएं सृजित की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 मरीजों के उपचार के लिए एम्स बिलासपुर (AIIMS Bilaspur) के अधिकारियों के साथ मामले को उठाया जाए। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल, सीएम के राजनीतिक सलाहकार त्रिलोक जम्वाल, मुख्य सचिव अनिल खाची, अतिरिक्त मुख्य सचिव जेसी शर्मा, स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी, एनएचएम के मिशन निदेशक डॉ. निपुण जिंदल, विशेष सचिव अरिंदम चौधरी, निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. बीबी कटोच, प्रधानाचार्य आईजीएमसी रजनीश पठानिया, वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक आईजीएमसी डॉ. जनक राज और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
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