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#Vidhan_SabhaSession: जयराम का विपक्ष पर बड़ा पलटवार, जरा 2014 को भी याद कर लो जनाब
Last Updated on December 3, 2020 by Vishal Rana
शिमला। हिमाचल विधानसभा के सत्र (#Vidhan_SabhaSession) को टाले जाने के फैसले के बाद विपक्ष (Opposition) सरकार पर हमलावर मोड में आ गया है। वहीं, सत्तापक्ष भी ने भी विपक्ष को मुंहतोड़ जवाब देने को कमर कस ली है। आज सीएम जयराम ठाकुर (CM Jai Thakur) ने मीडिया से बातचीत करते हुए विपक्ष पर बड़ा पलटवार किया है। साथ ही 2014 की बात दिलाई है। सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि वर्ष 2014 में कांग्रेस सरकार के समय 12वीं विधानसभा का मानसून सत्र 6 अगस्त से 29 अगस्त तक शेड्यूल हुआ और उसकी नोटिफिकेशन भी जारी कर दी गई। तय समय पर सत्र शुरू हुआ। सत्र में 16 बैठकें होनी थीं। अभी पांच बैठकें ही हुई थीं कि 6वें दिन तत्कालीन सीएम वीरभद्र सिंह (Virbhadra Singh) अचानक खड़े हुए और विधानसभा अध्यक्ष से सत्र को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने की बात कही। यह तर्क दिया कि हमारे पर कोई विजिनेस ट्रांसजेक्शन नहीं है। जबकि, विपक्ष के प्रश्न लगे थे और चर्चा के लिए नोटिस गए हुए थे। वहीं, सत्ता पक्ष के भी प्रश्न लगे थे। सत्र को बीच में ही समाप्त कर दिया गया। हिमाचल के इतिहास में यह पहली बार हुआ था कि बिना किसी कारण व वजह से सत्र बीच में ही स्थगित कर दिया गया।
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सीएम जयराम ठाकुर ने नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री (Leader of Opposition Mukesh Agnihotri) को भी याद दिलाया कि उस वक्त वह संसदीय कार्य मंत्री थे। उन्होंने ही विधानसभा में सत्र को बीच में समाप्त करने का प्रस्ताव लाया था। 16 दिन चलने वाला सत्र 6वें दिन ही समाप्त कर दिया जाता है। उस वक्त तो कोरोना नहीं था और किसी का जीवन संकट में नहीं था। उस वक्त उनकी पार्टी संकट में थी। पार्टी और सरकार के खिलाफ आरोप थे। उन्हें जवाब देने में मुश्किल हो रही थी। यहां तो उनकी सरकार के खिलाफ कोई मुद्दा नहीं है। रही कोरोना (Corona) की बात तो यह वैश्विक महामारी है। हिमाचल ही नहीं बल्कि पूरा देश व विश्व इससे जूझ रहा है।
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उन्होंने कहा कि विपक्ष के अधिकतर विधायक भी सत्र ना होने की बात कर रहे हैं। धर्मशाला में सत्र होने से करीब 1200 से अधिकारी कर्मचारी शिमला से धर्मशाला जाते। ऐसे में कोरोना संक्रमण फैलने की संभावना थी। उन्होंने विपक्ष से कहा कि वह संयम और सब्र रखें। सरकार ने प्रदेशहित में निर्णय लिया है। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री को सलाह दी है कि वह विधायक दल की बैठक बुलाएं और उसमें विधायकों से चर्चा कर राय लें। साथ ही सीएम जयराम ठाकुर ने विपक्ष के एकजुट ना होने की भी बात कही है।
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