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हिमाचल में कोरोना बंदिशें बढ़ीं, स्कूल-कालेजों पर भी आया फैसला
शिमला। नाइट कर्फ्यू (Night Curfew) के बाद हिमाचल सरकार ने कोरोना (Corona) बंदिशों का दायरा बढ़ा दिया है। सीएम जयराम ठाकुर (CM Jairam Thakur) ने कोरोना के बढ़ते मामलों की समीक्षा बैठक करते हुए कई फैसले लिए हैं। हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने विद्यार्थियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए राज्य में मेडिकल(Mediacal), डेंटल और नर्सिंग कालेज को छोड़कर सभी शैक्षणिक संस्थान इस महीने की 26 तारीख तक बंद रखने का फैसला लिया है। वहीं, वीकेंड कर्फ्यू (Weekend Curfew) पर फैसला रविवार को फैसला लिया जाएगा।
सीएम ने कोविड टेस्टिंग बढ़ाने के दिए निर्देश
राज्य में कोविड-19 महामारी की स्थिति की समीक्षा के लिए शनिवार को शिमला (Shimla) के उपायुक्तोंए पुलिस अधीक्षकों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग की अध्यक्षता करते हुए सीएम जयराम ठाकुर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोविड-19 की जांच, प्रभावी निगरानी सुनिश्चित करें। महामारी की तीसरी लहर के प्रसार को रोकने के लिए क्लस्टर की सख्त निगरानी के निर्देश दिए। सीएम ने संशोधित होम आइसोलेशन दिशा-निर्देशों का क्रियान्वयन सुनिश्चित करने और कोविड टेस्टिंग को बढ़ाने का निर्देश दिया है।
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सीएम जयराम ने कहा कि बिस्तरए ऑक्सीजनए पीपीई किट और दवाइयों की उपलब्धता के संबंध में तैयारियों की समीक्षा की जाए तथा राज्य सरकार द्वारा लगाए गए सभी प्रतिबंधों को सख्ती से लागू किया जाए। उन्होंने कहा कि चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार अगले कुछ दिनों और हफ्तों में कोविड-19 के मामलों में तेजी से वृद्धि हो सकती है, इसलिए विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। उन्होंने कहा कि होम आइसोलेशन की व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाया जाए तथा होम आइसोलेशन के सम्बन्ध में संशोधित दिशा-निर्देशों को लागू किया जाए।
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जय राम ठाकुर ने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को पल्स ऑक्सीमीटर और थर्मामीटर उपलब्ध करवाए जाएंए ताकि होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों की नियमित रूप से निगरानी की जा सके। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की परेशानी होने पर मरीजों को तुरंत स्वास्थ्य संस्थानों में पहुंचाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मरीजों को लाने-ले जाने के लिए प्रभावी तंत्र विकसित किया जाना चाहिए ताकि मरीजों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। उन्होंने 15 से 18 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों का तेजी से टीकाकरण और स्वास्थ्य देखभाल कार्यकर्ताओं को ऐहतियाती खुराक लगाने की आवश्यकता पर भी बल दिया। सीएम जयराम ने जिला प्रशासन को कोविड अनुरूप व्यवहार का पालन नहीं करने वाले पर्यटकों पर नजर रखने और ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
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ऊना में समारोह करने के लिए करवाना होगा पंजीकरण
ऊना। कोविड के बढ़ते मामलों और इसके प्रसार की रोकथाम के लिए विभिन्न प्रकार के सामाजिक आयोजनों पर कुछ बंदिशे लगाई गई हैं। उपायुक्त (DC) ऊना राघव शर्मा ने बताया कि विवाह-शादी, सांस्कृतिक, शैक्षणिक, मनोरंजन सहित अन्य सामाजिक आयोजनों के लिए अब आॅनलाइन पंजीकरण करवाना अनिवार्य होगी। उन्होंने बताया कि आयोजक को इसके लिए वेबवाइट (Website) पर आवदेन करके पंजीकरण करना होगा। उन्होंने बताया कि पंजीकरण के उपरांत ही सामाजिक आयोजन निर्धारित कोविड प्रोटोकाॅल व अन्य हिदायतों के अनुपालना के साथ आयोजित किए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थलों सहित जिला के सभी स्थानों पर लंगर व भंडारों के आयोजन पर भी पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। उन्होंने कहा कि किसी भी स्थान पर लंगर या भंडारे नहीं लगाए जाएंगे। डीसी राघव शर्मा ने बताया कि शनिवार को जिला के 17 केंद्रों पर 15 से 18 आयु वर्ग के 1656 विद्यार्थियों एवं बच्चों को कोविड वेक्सीन की प्रथम डोज़ लगाई गई। इनमें सरकारी स्कूलों के 1056ए निजी स्कूलों के 243 विद्यार्थियों सहित 361 अन्य लाभार्थी शामिल रहे।
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