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इन सात बैंकों के ग्राहक बदल लें चेक बुक, आज से व्यवस्था में हो रहा है बदलाव
नई दिल्ली। वैसे तो भारत में पहली अप्रैल से नए कर और वित्त वर्ष (Financial Year) की व्यवस्था बदलती है, लेकिन इस बार कई बैंकों की व्यवस्था में पहली अप्रैल यानी आज से बदलाव होने जा रहा है। दरअसल व्यवस्था में यह बदलाव बैंकों (Banks) के विलय के कारण हो रहा है। ऐसे में ग्राहकों के लिए यह जानकारी अहम है। सात तरह के बैंकों में यह व्यवस्था का बदलाव होगा। आपको बता दें कि पहली अप्रैल यानी आज से देश के सात सरकारी बैंकों के ग्राहकों की पुरानी चेक बुक (Cheque Book) पासबुक और इंडियन फाइनेंशियल सर्विस कोड (IFSC) बदल जाएंगे। मालूम हो कि सात बैंकों का दूसरे बैंकों में विलय (Bank Mergers) हुआ था। विलय के बाद अब खाताधारकों को IFSC और MICR कोड भी बदलवाने होंगे। पहली अप्रैल (First April) से बैंकिंग सिस्टम में पुराने चेक नहीं चलेंगे।
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किन बैंकों का किनमें हुआ था विलय
- देना बैंक और विजया बैंक (Dena Bank and Vijaya Bank) का विलय बैंक ऑफ बड़ौदा में हुआ था। यह पहली पहली अप्रैल 2019 से ही प्रभावी हो गया था।
- ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (Oriental Bank of Commerce) और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया का विलय पंजाब नेशनल बैंक में।
- इंडियन बैंक का विलय इलाहाबाद बैंक (Allahabad Bank) में।
- आंध्रा बैंक और कॉर्पोरेशन बैंक का विलय यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (Union Bank of India) में हुआ है।
क्यों बदलनी होगी चेक बुक
बैंक में खाता खुलवाने पर आपको एक चेक बुक दी जाती है। चेक बुक में आईएफएससी कोड और MICR कोड होता है। उक्त बैंकों के ग्राहकों के पास अभी पुरानी चेक बुक हैं। इसलिए इनमें आईएफएससी और एमआईसीआर कोड भी पुराने बैंक के ही हैं। ऐसे में आपको इसे बदलना होगा। इसके अलावा सिंडिकेट बैंक का विलय भी केनरा बैंक में हुआ है, लेकिन सिंडिकेट बैंक के ग्राहकों को थोड़ी ज्यादा मोहलत मिली है। केनरा बैंक के मुताबिक सिंडिकेट बैंक की मौजूदा चेक बुक 30 जून 2021 तक मान्य रहेगी। हालांकि ग्राहकों को जून में इसे बदलना ही होगा।