-
Advertisement
हिमाचल का एक जिला आयुर्वेदिक यज्ञ चिकित्सा पद्धति से कर रहा वायुमंडल को शुद्ध
नाहन। हिमाचल प्रदेश के जिला मुख्यालय नाहन स्थित डीसी कार्यालय में बुधवार को डीसी सिरमौर (DC Sirmour) डॉ आरके परूथी ने आयुर्वेद विभाग के सौजन्य से वेदों में वर्णित यज्ञ चिकित्सा पद्धति (Yajna Healing Method) के माध्यम से वातावरण शुद्धि के लिए हवन यज्ञ आयोजित किया। दरअसल जिला में आयुर्वेद विभाग द्वारा एक नई प्रक्रिया आरंभ की गई है, जिसके तहत जिला में कार्यरत 87 आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्रों में हवन यज्ञ कर यह चिकित्सा पद्धति अपनाई जा रही है। इसी कड़ी में डीसी सिरमौर ने भी डीसी कार्यालय परिसर में वायुमंडल को शुद्ध करने के लिए आयुर्वेदिक यज्ञ चिकित्सा पद्धति (Ayurvedic Yagya medical system) के माध्यम से हवन कर आयुर्वेद विभाग की इस नई प्रक्रिया का शुभारंभ किया।
यह भी पढ़ें: कोरोना काल में एक संस्था ऐसी निकली जो हाथ बटाने हिमाचल पहुंची

डीसी सिरमौर डॉ आरके परूथी (Dr. RK Paruthi) ने बताया कि आज कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है, जिसकी हवा में फैलने की संभावना भी बताई जा रही हैं। इस संभावित संक्रमण को रोकने के लिए हवन सामग्री के रूप में नीम की पत्तियां, राई, कपूर, देसी घी, सेंधा नमक व सरसों आदि आयुर्वेदिक औषधियों को मिश्रित किया गया है, जिससे वातावरण की शुद्धि व कीटाणुओं सहित विषाणुओं का नाश होता है। इसी के तहत आज कार्यालय परिसर में हवन आयोजित कर इस प्रक्रिया का शुभारंभ किया गया। डीसी ने बताया कि जिला सिरमौर में आयुर्वेद विभाग द्वारा अपनाई गई इस नई प्रक्रिया के तहत जिला में कार्यरत 87 आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्रों के अलावा अस्पतालों में हवन यज्ञ कर यह चिकित्सा पद्धति अपनाई जा रही है। डीसी कार्यालय परिसर में वातावरण शुद्धि के लिए आयोजित इस हवन कार्यक्रम में एडीसी सिरमौर प्रियंका वर्मा, जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ राजेंद्र देव शर्मा, सीएमओ सिरमौर डॉ केके पाराशर, आयुर्वेद चिकित्सक डॉ. प्रमोद पारीक व डॉ मंजू शर्मा ने भी हिस्सा लिया।
हिमाचल और देश-दुनिया की ताजा अपडेट के लिए join करें हिमाचल अभी अभी का Whats App Group

