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सीटू के बैनर तले कई संगठनों का प्रदर्शन; बोले- इजरायल का समर्थन करना बंद करे मोदी सरकार
शिमला/नाहन। इजरायल और हमास की जंग (Israel Hamas War) का असर अब पूरी दुनिया पर दिखने लगा है। इजरायल के द्वारा फिलिस्तीन पर की जा रही कार्यवाही के खिलाफ शिमला में आज सीटू (CITU) और अन्य वामपंथी संगठनों ने डीसी ऑफिस के बाहर धरना प्रदर्शन (Demonstration) किया। इनकी मांग हैं कि इजरायल को फिलिस्तीन में बेगुनाह महिलाओं और बच्चों के मौत के तांडव को बंद करना होगा। मोदी सरकार (Modi Government) को इजरायल का समर्थन बंद करना होगा।
इजरायल ने अस्पतालों और मासूम बच्चों को शिकार बनाया
सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा ने कहा कि इजरायल ने फिलिस्तीन में नौ हजार लोगों को मौत (Death) के घाट उतार दिया है। युद्ध के सारे नियमों को दरकिनार कर अस्पतालों और मासूम बच्चों को शिकार बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार इजरायल के साथ खड़ी है जिसे बर्दास्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि अमेरिका (America) की साम्राज्यवादी नीतियों का समर्थन नहीं किया जाना चाहिए। फिलिस्तीन के जमीन पर कब्जा नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत को शांति और युद्धविराम की वकालत करनी चाहिए।
पीएम का इजरायल का समर्थन करना निंदाजनक
वहीं इस दौरान मौलाना मुमताज कासमी ने कहा कि इजरायल (Israel) फिलिस्तीन में मानवता की हत्या कर रहा है। महात्मा गांधी के बाद पीएम अटल बिहारी बाजपाई तक फिलिस्तीन के समर्थन में रहे लेकिन अब पीएम इजरायल के समर्थन में हैं। हम इसकी निंदा करते हैं।
नाहन में जनवादी संगठनों का धरना
वहीं, इस जंग को लेकर नाहन में भी जनवादी संगठनों ने धरना प्रदर्शन किया। इस मौके पर जनवादी संगठनों से जुड़े प्रदर्शनकारियों ने गाजा पट्टी पर हमले बंद करने, युद्ध विराम कर शांति व्यवस्था बहाल करने, बेगुनाह बच्चे और महिलाओं पर हिंसा बंद करने, अस्पताल व स्कूलों पर हमले बंद करने के नारे लगाकर प्रदर्शन किया। हिमाचल किसान सभा के राज्य संयुक्त सचिव राजेंद्र ठाकुर ने कहा कि इजराइल-फलस्तीन युद्ध के पीछे साम्राज्यवाद का सांप्रदायिक एजेंडा है और साम्राज्यवाद इजराइल को माध्यम बनाकर इस एजेंट को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहा है।