-
Advertisement
श्रावण अष्टमी नवरात्र के मौके पर ज्वालामुखी में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
कांगड़ा। श्रावण अष्टमी नवरात्र के मौके पर हिमाचल (Himachal) के शक्तिपीठों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। देश के कोने-कोने से श्रद्धालु शक्तिपीठों व पवित्रधाम के दर्शन को पहुंच रहे हैं। बीते रोज रविवार को सप्तमी के मौके पर कांगड़ा (Kangra) के ज्वालामुखी शक्तिपीठ (Jawalmukhi) में 25 हजार श्रद्धालुओं ने दिव्य ज्योति के दर्शन किए। वहीं, आज सोमवार को अष्टमी के मौके पर मंदिर परिसर के बाहर श्रद्धालुओं की लंबी कतारें देखी जा रही हैं।
यह भी पढ़ें: श्रावण अष्टमी नवरात्र मेले शुरू, शक्तिपीठों में लगी भक्तों की कतारें
दर्शन के लिए कोरोना निगेटिव सर्टिफिकेट है जरूरी
बता दें कि हिमचाल सरकार (Himachal Government) ने मंदिरों में दर्शन करने को लेकर एसओपी जारी की है। इसके मुताबिक श्रद्धालुओं को दर्शन से पहले कोरोना निगेटिव सर्टिफिकेट (corona negative certificate) या वैक्सीनेशन का प्रमाण पत्र दिखाना अनिवार्य होगा। साथ ही पर्ची सिस्टम द्वारा ही श्रद्धालुओं को दर्शन करवाए जा रहे हैं। पुजारी वर्ग और एसडीएम मनोज ठाकुर ने सभी प्रदेश वासियों को श्रावण अष्टमी (Shravan Ashtmi) की शुभकामनाएं दीं।
एसडीएम मनोज ठाकुर ने बताया कि ज्वालामुखी मंदिर में कोरोना नियमों (Covid Protocall) का पालन किया जा रहा है। वहीं, श्रद्धालुओं को पूर्ण व्यवस्था के तहत दर्शन करवाए जा रहे हैं। इधर, प्रशासन ने नो मास्क नो दर्शन का फॉर्मूला भी अपनाया है। बता दें कि ज्वालामुखी जाने वाली सड़क में पांच नाके लगाए गए हैं। जहां आगंतुक श्रद्धालुओं के प्रमाण पत्र की जांच की जा रही है।
यह भी पढ़ें: श्री नैनादेवी में श्रावण अष्टमी पर की जा रही विशेष पूजा, श्रद्धालुओं में भारी उत्साह
नवारत्र में स्थिति रही सामान्य
मामले पर पुजारी महासभा प्रधान अविनेंद्र शर्मा ने बताया कि आज श्रावण अष्टमी को श्रद्धालुओं ने ज्वाला ज्योतियों के दर्शन किये। ज्वालामुखी में कोरोना में नवरात्र की स्थिति सामान्य रही। प्रशासन ने श्रद्धालुओं को पूर्ण सुविधाएं उपलब्ध करवाई हैं। एसओपी को ध्यान में रखते हुए सुविधाजनक दर्शन भक्तों को करवाए जा रहे हैं। ज्वालामुखी में दुर्गा अष्टमी की धूम रही, लेकिन कोरोना के कारण श्रद्धालुओं की संख्या में कमी दर्ज की गई। मंदिर न्यास की तरफ से शक्तिपीठ परिसर को सैनिटाइज किया जा रहा है। श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्था को पुख्ता किया गया है।