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इस पूर्व क्रिकेटर ने टीम इंडिया की कप्तानी को लेकर कह दी बड़ी बात
Last Updated on June 19, 2023 by sintu kumar
नई दिल्ली। विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC 2023) हारने के बाद सोशल मीडिया (Social Media) पर कप्तान रोहित (Rohit Sharma) और कोच द्रविड़ (Rahul Dravid) की जमकर किरकिरी हो रही है। कई लोगों का मानना है कि रोहित शर्मा और चेतेश्वर पुजारा जैसे खिलाड़ियों की जगह युवा खिलाड़ियों को मौका दिया जाना चाहिए। पूर्व भारतीय क्रिकेटर दिलीप वेंगसरकर (Dilip Vengsarkar) ने भी इन सुझावों का समर्थन करते हुए चयनकर्ताओं पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि चयनकर्ताओं की गलती के चलते आज भारतीय टीम में रोहित शर्मा का कोई विकल्प नहीं है।
दिलीप वेंगसरकर ने कहा कि चयनकर्ताओं के पास न तो दूरदर्शिता थी, न ही उनके पास उनके काम से जुड़ा गहरा ज्ञान था। वेंगसरकर ने 2021 में श्रीलंका के दौरे पर शिखर धवन (Shikhar Dhawan) को भारतीय टीम का कप्तान बनाने के फैसले का उदाहरण दिया। इस सीरीज में भारत के अधिकतर सीनियर खिलाड़ी नहीं थे। ऐसे में धवन को कप्तान बनाना दर्शाता है कि चयनकर्ताओं के पास दूरदर्शिता नहीं थी। वेंगसरकर ने कहा “दुर्भाग्यपूर्ण यह है कि पिछले छह-सात वर्षों में मैंने जिन चयनकर्ताओं को देखा है, उनके पास न तो दृष्टि है, न ही खेल या क्रिकेट के बारे में गहरी समझ है।”
केवल करोड़ों कमाना कोई उपलब्धि नहीं
वेंगसरकर बोले कि चयनकर्ताओं ने भारतीय टीम में कप्तान की भूमिका के लिए किसी को तैयार नहीं किया है। उन्होंने बीसीसीआई (BCCI) पर भी कटाक्ष किया और कहा कि केवल इंडियन प्रीमियर लीग का आयोजन करना ही काफी नहीं है। उन्होंने कहा “आपने किसी को तैयार नहीं किया है। आप बस समय के अनुसार ही फैसले लेते हैं। आप दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड की बात करते हैं, बेंच स्ट्रेंथ कहां है? सिर्फ आईपीएल होना, मीडिया राइट्स में करोड़ों रुपये कमाना, यह एकमात्र उपलब्धि नहीं होना चाहिए।” भारत के कप्तान रोहित शर्मा 36 साल के हो चुके हैं और अपने करियर के आखिरी पड़ाव पर प्रवेश कर रहे हैं। ऐसे में भारतीय टीम के पास टीम इंडिया के कप्तान के रूप में कोई विकल्प नहीं है। वनडे और टी20 में हार्दिक यह जिम्मेदारी ले सकते हैं, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में कोई भी युवा खिलाड़ी यह जिम्मेदारी उठाने के लिए तैयार नहीं है।
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