-
Advertisement
बैठे हुए बार-बार हिलाते हैं पैर, यहां जानें क्यों होता है ऐसा
दुनिया में बहुत सारे लोग ऐसे हैं जिन्हें कुर्सी पर बैठे हुए पैर हिलाने की आदत होती है। आपने अक्सर अपने आसपास कई ऐसे लोगों को देखा होगा, जो कुर्सी या किसी भी जगह पर बैठे हुए पैर हिलाते रहते हैं। कुछ लोगों को तो बिस्तर पर लेटे-लेटे भी पैर हिलाने की आदत होती है। आज हम आपको पैर हिलाने से स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं के बारे में बताएंगे। मेडिकल साइंस में इस आदत को रेस्टलेस लेग्स सिंड्रोम (Restless Legs Syndrome) का नाम दिया गया है।
यह भी पढ़ें- इन सब्जियों को डाइट में करें शामिल, जानलेवा बीमारियों से रहेंगे हमेशा दूर
विशेषज्ञों के अनुसार, लगभग 10 फीसदी लोगों को पैर हिलाने की समस्या होती है। ये समस्या 35 साल से ज्यादा उम्र के लोगों में आम होती है। जबकि, आजकल ये आदत बहुत सारे युवाओं में भी देखी जा रही है। ये एक ऐसी स्वास्थ्य समस्या है जो नर्वस सिस्टम से जुड़ी हुई है। ये समस्या पुरुषों व महिलाओं दोनों में होती है।
ये रेस्टलेस लेग्स सिंड्रोम एक ऐसी स्थिति है, जिसमें व्यक्ति को बैठने और सोने के समय पैरों में तेज दर्द होने लगता है। ऐसे में पैरों को मूव करते रहने से ये दर्द कम होता है। अगर आपको लगता है कि आप रेस्टलेस सिंड्रोम से जूझ रहे हैं तो आपको तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए। इस आदत का इलाज फिजियोथेरेपी ट्रीटमेंट लेकर किया जा सकता है। इसके अलावा मसल्स की स्ट्रेचिंग करके भी इस सिंड्रोम को ठीक किया जा सकता है।
बता दें कि शरीर में आयरन की कमी के कारण कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं। पैर हिलाने की आदत भी आयरन की कमी की ओर इशारा करती है। ऐसे में आयरन की गोलियां लेने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा पैर हिलाने की आदत से हार्मोनल बदलाव भी हो सकते हैं। ब्लड प्रेशर, शुगर के मरीजों और हृदय रोगियों को इसका खतरा ज्यादा रहता है।
विशेषज्ञों का अनुसार, पैर हिलने पर मस्तिष्क में डोपामाइन हार्मोन निकलता है। ये हार्मोन व्यक्ति को अच्छा महसूस करवाता है, जिस कारण व्यक्ति का बार-बार पैर हिलाने का मन करता है। इस समस्या को स्लीप डिसऑर्डर से भी जोड़कर देखा जा सकता है। कई बार नींद पूरी ना होने के कारण भी इंसान ऐसा करता है।