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भगवान शिव के खिलाफ टिप्पणी मामलाः चिकित्सक नदीम 14 दिन की न्यायिक हिरासत में
ऊना। भगवान शिव के खिलाफ सोशल मीडिया पर अश्लील टिप्पणी करने के आरोपी चिकित्सक नदीम अख्तर की हाई कोर्ट में जमानत रद्द होने पर गिरफ्तारी के बाद बुधवार बाद दोपहर उसे स्थानीय अदालत में पेश किया गया। जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत के फरमान जारी करते हुए बनगढ़ कारागार में भेज दिया गया है। भगवान शिव के खिलाफ सोशल मीडिया में टिप्पणी करने के आरोपी डॉक्टर नदीम अख्तर को हाईकोर्ट से जमानत खारिज होने के बाद मंगलवार देर रात गिरफ्तार कर लिया गया था। गिरफ्तारी के बाद उसे थाना सदर के हवालात में रखा गया था, जहां से कड़ी सुरक्षा के बीच क्यूआरटी के घेरे में उसे अदालत तक लाया गया।
चिकित्सक की जमानत खारिज होने के बाद पुलिस ने किया डिटेन
चिकित्सक की टिप्पणी वायरल होने के बाद हिंदू संगठनों ने इस मामले पर कड़ा ऐतराज जताया था, जिसके चलते पुलिस द्वारा आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 295ए के तहत केस दर्ज किया गया था। हालांकि हिंदू संगठनों ने इस टिप्पणी के खिलाफ हिमाचल प्रदेश के प्रवेश द्वार मैहतपुर से लेकर जिला मुख्यालय ऊना तक कई बार जोरदार विरोध प्रदर्शन करते हुए भी आपत्ति जताई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपी चिकित्सक ने भी हाई कोर्ट पहुंच कर अग्रिम जमानत ली थी। लेकिन सोमवार देर शाम हाई कोर्ट में आरोपी चिकित्सक की जमानत खारिज होने के बाद पुलिस विभाग ने उसे तुरंत डिटेन कर लिया था। जबकि मंगलवार शाम उसे हिरासत में ले लिया गया।
हिंदू एकता मंच अधिवक्ताओं का आभार जताया
हिंदू एकता मंच के संयोजक चंदन शर्मा ने बुधवार बाद दोपहर सर्किट हाउस में पत्रकार वार्ता आयोजित करते हुए इस मामले में मंच का सहयोग देने के लिए समाज के विभिन्न वर्गों जिला के आम नागरिकों के साथ-साथ न्यायपालिका पुलिस विभाग और इस मामले की हाई कोर्ट में हिंदू एकता मंच के लिए निशुल्क पैरवी करने वाले अधिवक्ताओं का विशेष रूप से आभार जताया। उन्होंने कहा कि हिंदू एकता मंच का गठन बेशक भगवान शिव के खिलाफ हुई इस टिप्पणी के मामले को लेकर हुआ है लेकिन यह मंच अब आगे भी अपना काम करता रहेगा और एक तरफ जहां हिंदू समाज के हितों की सुरक्षा को मजबूत किया जाएगा वहीं साथ ही साथ इस तरह के तत्वों पर भी लगाम कसी जाएगी।