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आजादी के 73 साल बाद इस गांव में पहली बार पहुंची बिजली, लोगों ने खुशी में जलाए दीए
अकोला। महाराष्ट्र (Maharashtra) के अकोला जिले में स्थित आदिवासी गांव ‘नवी तलाई’ में बुधवार को पहली बार बिजली (electricity) पहुंची। जब गांव में बिजली पहुंची तो लोगों को एक बार के लिए यकीन ही नहीं हुआ कि अब उनका गांव भी रोशन हो गया है। बाद में जब ऑफिसरों ने बल्ब जलाकर दिखाए तो लोग खुशी से झूम उठे। गांव के लोगों ने आजादी के 73 साल बाद पहली बार बिजली पहुंचने पर खुशी में दीए जलाने और केक काटा। महाराष्ट्र राज्य बिजली वितरण कंपनी लिमिटेड (एमएसईडीसीएल) के एक अधिकारी ने कहा कि बिजली पहुंचाना उसका दायित्व था और अब गांव में सभी घरों तक बिजली पहुंच चुकी है।
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अब नवी तलाई में भी विकास की बयार तेज बहेगी
गांव नवी तलाई में रहने वाले लोग पहले अमरावती जिले के मेलघाट बाघ परियोजना के मुख्य क्षेत्र में रहते थे, वहां पर भी बिजली नहीं थी। साल 2018 में उन्हें वहां से स्थानांतरित करके नवी तलाई में बसाया गया। इस गांव में रहने वाले 540 लोग पुर्नवास के समय से ही बिजली से वंचित थे। उन्हें अपने मोबाइल फोन चार्ज करने के लिए भी पड़ोसी गांव के लोगों पर निर्भर रहना पड़ता था। उनके घरों का अंधकार 22 जुलाई को समाप्त हुआ। जब नवी तलाई में पहली बार बिजली पहुंची। गांव में बिजली पहुंचाने के लिए सामाजिक कार्यकर्ता गोपाल कोल्हे और विधान परिषद सदस्य अमोल मितकारी ने बीड़ा उठाया। उन्होंने लगातार सरकार पर इस मुद्दे पर दबाव बनाया और समय-समय पर ऑफिसरों को इस संबंध में ज्ञापन सौंपे। एमएलसी अमोल मितकारी ने अब इस गांव को गोद ले लिया है। एमएलसी ने कहा कि बिजली आने के बाद अब नवी तलाई में भी विकास की बयार तेज बहेगी।