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हिमाचल में कांग्रेस की हार के कारणों पर हो रहा मंथन , हाईकमान को सौंपेंगे रिपोर्ट
Congress Fact-finding committee: शिमला। लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) में हिमाचल प्रदेश की चारों सीटों पर हुई कांग्रेस की हार के कारणों पर मंथन के लिए प्रदेश पार्टी मुख्यालय राजीव भवन शिमला में समीक्षा बैठक चल रही है। एआईसीसी की ओर से गठित फैक्ट-फाइंडिंग कमेटी (Fact-finding committee) के दो सदस्य रजनी पाटिल और पीएल पुनिया राजीव भवन में मौजूद है। ये दो सदस्यीय कमेटी दो दिन तक नेताओं से बातचीत कर हार के कारण जानेगी।
विधायकों, मंत्रियों और पार्टी पदाधिकारियों से होगी चर्चा
मीडिया से बातचीत के दौरान रजनी पाटिल (Rajni Patil)ने कहा कि संसदीय क्षेत्र के सभी विधायकों, मंत्रियों और पार्टी पदाधिकारियों से चर्चा करने के बाद हार के कारणों का पता लगाया जाएगा। दिल्ली वापस जाकर हाईकमान को इस संदर्भ में रिपोर्ट सौंप जाएगी। हिमाचल के बाद ये कमेटी उत्तराखंड जाएगी। बैठक में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के अलावा डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह, मंत्री धनीराम शांडिल, राजेश धर्माणी, पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर और रामलाल ठाकुर
व अन्य पदाधिकारी मौजूद है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पीएल पुनिया और रजनी पाटिल पार्टी प्रत्याशियों, विधायकों, 2022 में विधानसभा चुनाव हारने वाले प्रत्याशियों, दो संसदीय क्षेत्रों के जिला और ब्लॉक अध्यक्षों से मुलाकात कर रहे हैं।
जनता ने बता दिया कि हम घर भी बिठा देते हैं
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू (CM Sukhwinder Singh Sukhu) ने कहा कि भविष्य की राजनीति को हिमाचल की जनता ने आईना ने दिखा दिया है।जनता के वोट से चुनी सरकार को नोट के दम से गिराने की कोशिश कीलेकिन हिमाचल की जनता ने बता दिया कि हम घर भी बिठा देते हैं।चुनावों से पहले एजेंसियों का दुरुपयोग होता है इनसे घबराने की जरूरत नहीं।
नेता प्रतिपक्ष को माफी मांगनी चाहिए
वहीं डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री (Deputy CM Mukesh Agnihotri) ने फैक्ट फाइंडिंग कमेटी के दौरे पर कहा कि
सरकार पूरी तरह से स्थिर और स्थायी है। विपक्ष साजिश और षड्यंत्र छोड़कर प्रदेश हित में काम करें।नेता प्रतिपक्ष को माफी मांगनी चाहिए कि हमने सरकार की कोशिश की लेकिन नहीं गिरा पाए। उन्होंने कहा कि विपक्ष को सत्ता की लालसा नहीं रखनी चाहिए।
ऑपरेशन लॉट्स पूरी तरह विफल हो गया है। सत्ता में आने का शॉर्ट कट ना ढूंढे। ईडी-आईटी (ED-IT) चुनाव से पहले दवाब बनाने आई थी लेकिन रिजल्ट को प्रभावित नहीं कर पाए।हमारी सरकार स्थिर होने के बाद अब वितीय मोर्चे पर काम करेगी।
– संजू