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सोलन प्रशासन ने खुद उड़ाईं कोरोना नियमों की धज्जियां, मेले को दी मंजूरी, हजारों की भीड़ उमड़ी
शिमला। प्रदेश में जहां हर रोज कोरोना (Corona) के मामले बढ़ रहे, वहीं नियमों की धज्जियां भी उड़ाई जा रही है। लोग खुद कोरोना को न्योता दे रहे हैं। नालागढ़ (Nalagarh) में भी ऐसा ही नजारा देखने को मिला। पीर बाबा के मेले में हजारों की भीड़ उमड़ी। मेले में कोरोना एक भी नियम (Rules) को नहीं माना गया और यह सब प्रशासन की नाक तले होता रहा। उमंग फाउंडेशन (Umang Foundation) ने इसकी शिकायत मुख्य सचिव राम सुभग से की है। फाउंडेशन का कहना है कि प्रशासन ने कोविड (Covid) के बहाने से उनको नालागढ़ में रक्तदान शिविर लगाने की मंजूरी नहीं दी थी।
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शिकायत में सोलन (Solan) के मुख्य चिकित्सा अधिकारी और नालागढ़ के एसडीएम (SDM) एवं अन्य संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध संक्रमण फैलाने के मामले में केस दर्ज कर उन्हें निलंबित करने की मांग की है। मेला एक सप्ताह से बेरोकटोक चल रहा है और अबतक उसमें कई हजार लोग शामिल हो चुके हैं। मुख्य सचिव ने तुरंत मेला बंद कराने का आश्वासन दिया है। उमंग फाउंडेशन के अध्यक्ष प्रो. अजय श्रीवास्तव ने अपनी शिकायत में प्रमाण के तौर पर समाचार पत्रों की खबरें भी लगाई हैं। उन्होंने मुख्य सचिव से कहा है कि यह डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट (Disaster Management Act) का खुला उल्लंघन है। मेले में दो गज की दूरी, मास्क एवं सेनिटाइजर जैसे सुरक्षा उपाय दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहे। उन्होंने कहा कि प्रशासन की नाक तले इतनी बड़ी व्यापारिक गतिविधि चलाने में भ्रष्टाचार की गुंजाइश भी नजर आती है। उन्होंने मुख्य सचिव से मांग की है कि मामले की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए और मुख्य चिकित्सा अधिकारी, नालागढ़ के एसडीएम एवं अन्य संबंधित अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाए, ताकि वे जांच को प्रभावित न कर सकें। यह अत्यंत गंभीर मामला है और सोलन जिला प्रशासन ने लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया है।