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मोदी कैबिनेट में कुछ मंत्रियों की होगी छुट्टी, इन 4 सांसदों का दावा मजबूत
नई दिल्ली। चार राज्यों के आगामी विधानसभा चुनावों (Assembly Elections) को देखते हुए केंद्रीय मंत्रिमंडल में अगले 10 दिन में बड़े फेरबदल (Cabinet Reshuffle) की संभावना जताई जा रही है। माना जा रहा है कि खासतौर पर राजस्थान में बीजेपी (Bjp) की कमजोर स्थिति को देखते हुए राज्य से कुछ नए चेहरों को मंत्री बनाया जा सकता है। लेकिन इसके लिए जातिगत समीकरणों पर चर्चा होनी है। वहीं, मौजूदा कैबिनेट से कुछ मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है।
गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष नड्डा (JP Nadda) की बैठक के बाद चर्चा तेज है कि राजस्थान में ब्राह्मण, दलित, जाट और क्षत्रिय को साधने की तैयारी है। इसी बीच दीयाकुमारी, रंजीता कोली, राहुल कस्वा और घनश्याम तिवाड़ी को केन्द्रीय मंत्रिमंडल में शामिल करने की चर्चा है। केंद्रीय मंत्रिमंडल में राजस्थान के 4 नाम को लेकर चर्चा है।
अभी 3 कैबिनेट और 2 राज्यमंत्री
मोदी सरकार-2 में राजस्थान से 3 कैबिनेट और 2 राज्य मंत्री बनाए गए हैं। रेल और पानी जैसा महत्वपूर्ण महकमा राजस्थान के हिस्से में है। ओडिशा से सांसद और राजस्थान के रहने वाले अश्विनी वैष्णव के पास रेल मंत्रालय का जिम्मा है। जोधपुर के सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत के पास जलशक्ति मंत्रालय जैसा महत्वपूर्ण महकमा है। इस तरह जोधपुर से मोदी सरकार में दो कैबिनेट मंत्री हैं। इसी तरह राजस्थान से राज्यसभा सांसद भूपेंद्र यादव के पास श्रम रोजगार व पर्यावरण की अहम जिम्मेदारी है। कोटा सांसद ओम बिरला लोकसभा स्पीकर हैं। ऐसे में राजस्थान केंद्र में इतना पावरफुल नजर आ रहा है। कृषि राज्यमंत्री का जिम्मा भी सांसद कैलाश चौधरी और अर्जुनराम मेघवाल के पास कानून मंत्रालय की बागडोर है।