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#Monsoon_Session : पहली बार डिजिटल तरीके से Attendance लगाएंगे लोकसभा सांसद
नई दिल्ली। कोरोना संकट में काफी कुछ बदल गया हैं और ऐसी कई चीजें हो रही हैं जो पहले कभी नहीं हुईं। संसद का मानसून सत्र (#Monsoon_Session) 14 सितंबर से शुरू होने जा रहा है और इसमें भी कुछ बदलाव किए गए हैं। पहली बार लोकसभा सांसद अपनी हाजिरी (Attendance) डिजिटल तरीके से दर्ज कराएंगे। इसके लिए ‘अटेंडेंस रजिस्टर’ नाम से एक मोबाइल ऐप्लिकेशन पर उपस्थिति भरने की व्यवस्था की गई है। यह कदम कोरोना महामारी को ध्यान में रखकर संक्रमण से बचाव के लिए उठाया गया है। सूत्रों के मुताबिक, इस मोबाइल ऐप को राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) ने डिजाइन किया है। इसके चलते सांसदों के उपस्थिति रजिस्टर को छूने या उसके संपर्क में नहीं आने के कारण उनके संक्रमित होने का कम खतरा होगा। इस ऐप में डैशबोर्ड, ऐप्लिकेशंस, अटेंडेंस, ई-रिपोर्ट के साथ लीव ऐप्लिकेशंस (अवकाश प्रार्थना पत्र), हाफ-डे, फुल-डे अटेंडेंस जैसे फीचर दिए गए हैं। सूत्रों का कहना है कि इस ऐप का इस्तेमाल संसद सचिवालय के कर्मचारी भी अपनी हाजिरी दर्ज करने के लिए कर पाएंगे।
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संसद का मानसून सत्र 14 सितंबर से शुरू होने के बाद बिना किसी अवकाश के 1 अक्तूबर तक चलेगा। संसद (Parliament) के दोनों सदन रोजाना 4 घंटे ही चलेंगे और इस दौरान कोरोना वायरस से बचाव के लिए तय किए गए सभी प्रोटोकॉल का अनिवार्य तौर पर उपयोग करना होगा। सत्र के पहले दिन निचली सदन यानी लोकसभा सुबह 9 बजे से दोपहर एक बजे तक चलेगी, जबकि ऊपरी सदन यानी राज्य सभा दोपहर 3 बजे से 7 बजे तक काम करेगी। अगले दिन राज्यसभा में सुबह 9 बजे से दोपहर एक बजे तक और लोकसभा में दोपहर 3 बजे से रात 7 बजे तक काम होगा। यह प्रक्रिया सत्र के आखिरी दिन तक दोहराई जाएगी।
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संसद परिसर में ही काम करेगी मोबाइल ऐप
सांसद मोबाइल ऐप (Mobile app) पर अपने घर बैठकर उपस्थिति दर्ज नहीं करवा पाएंगे। उन्हें ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराने के लिए भी संसद परिसर के अंदर ही मौजूद रहना होगा। अटेंडेंस रजिस्टर ऐप उसमें दिए गए निश्चित कोऑर्डिनेट्स के दायरे में उपयोग करने के बाद ही रजिस्ट्रेशन को स्वीकार करेगी। एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, यह ऐप केवल संसद परिसर में ही काम करेगी। सांसदों को हाजिरी भरने के लिए अपने चेहरे का फोटो लेकर अपलोड करना होगा ताकि ऐप उसकी पहचान कर सके। इसके बाद उन्हें खुद को रजिस्टर करना होगा। इसके बाद वे हाजिरी दर्ज करा पाएंगे।