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शानदार है समलैंगिक कपल की लव स्टोरी, 8 घंटे चली थी पहली डेट
तेलंगाना में शादी रचाने वाला पहला सलैंगिक कपल की शादी हाल ही में बहुत चर्चा में रही थी। अब एक बार फिर उनकी शादी सुर्खियां बटौर रही है।अब इस जोड़े ने अपनी लव स्टोरी इंटरनेट पर शेयर की है। दोनों ने अपनी लव स्टोरी officialhumansofbombay के आधिकारिक इंस्टाग्राम पेज पर शेयर की है। इस पेज पर विडियो के कैप्शन में दोनों ने अपनी पूरी लव स्टोरी (Love Story) लिखी है।
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दिल्ली के अभय (Abhay) डांगे (34) और पश्चिम बंगाल के सुप्रियो (Supriyo) चक्रवर्ती (31) ने आठ साल तक एक दूसरे को डेट करने के बाद शादी की थी। वीडियो का शीर्षक कुछ ऐसे शुरू होता है- अभय के साथ मेरी पहली डेट 7 घंटे से ज्यादा चली, जो कि कॉफी पीने से शुरू हुई और एक सैलून में अभय के बाल कटने के साथ समाप्त हो गया। डेट की शुरुआत में ही काफी आराम था। उसके बाद हम ऐसी कई डेट्स पर गए। मैं उसकी तरफ आकर्षित होता जा रहा था, लेकिन फिर भी हम सीमा में बंधे हुए थे। अभय एक अंतर्मुखी है, जबकि मैं एक मुंहफट इंसान हूं, लेकिन हमारे मूल्य सामान हैं और हम दोनों ही पारिवारिक लोग हैं। इसलिए, हमारे रिश्ते में बहुत जल्द, अभय ने अपने घरवालों को हमारे बारे में बताया और उन्होंने हमें अपना आशीर्वाद दिया और हमारे फैसले का स्वागत किया।
माता-पिता का मिला पूरा साथ
अब हम दोनों के रिश्ते के बारे में अपने घरवालों को बताने की मेरी बारी थी। मैंने मां को हैदराबाद बुलाया और इसके बाद मैंने मां को घर पर समझाया कि मां मैं गे (Gay) हूं और अभय मेरा साथी है। इसके बाद मां ने हम दोनों को गले से लगा लिया, जिससे मुझे बहुत शांति मिली। उन्होंने हमें हिम्मत दी और उनकी मदद से मैंने बाबा और अपनी बहन से अपने रिश्ते के बारे में बात की। पापा ने कहा कि अगर आप खुश हैं, तो हम खुश हैं, हमें क्या दिक्कत है।
रिश्ते में आई रही थी कानूनी अड़चनें
जैसे-जैसे हमारा रिश्ता आगे बढ़ा और हमने सालगिरह के बाद सालगिरह मनाई, मैंने अभय को अपना पति कहने का सपना देखा, लेकिन कानून हमारा साथ नहीं दे रहा था, जिस कारण मुझे ये सपना हकीकत से काफी दूर नजर आ रहा था। अप्रैल 2021 में हम दोनों कोविड (Corona) पॉजिटिव हो गए, जबकि अभय एसिम्टोमैटिक (Asymptomatic) थे, लेकिन मुझे तेज बुखार था। उस वक्त अभय ने मेरी बहुत देखभाल की थी। इसी बीच मैनें मौका देखकर अभय को बोल दिया कि मैं तुमसे शादी करना चाहता हूं। अभय ने कहा कि हां, लेकिन कैसे? इससे में बहुत दुखी हो गया। मैंने उसे आश्वासन दिया कि कानूनी कागजात कोई मायने नहीं रखते। हमारे पास हमारे परिवार का समर्थन हैं। चलो हम शादी कर लेते हैं। अंत में उन्होंने हां कर दी। जिसके बाद हमने अपने परिवार वालों के सामने शादी करने का फैसला किया।
मैं गर्व से कहता हूं अभय मेरे पति हैं
हमारी शादी में वे सभी कार्यक्रम हुए जो एक आम शादी में होते हैं। मेहंदी, संगीत से लेकर सब कुछ। अपनी शादी के दिन हमने अपनी पुरानी घड़ियां पहनीं और जीवन भर एक-दूसरे के ऐसे ही साथ देने की कसमें खाई। शादी का दिन हमारी जिंदगी का सबसे हसीन दिन था, हमारे चारों तरफ खड़े लोग हमें आशीर्वाद दे रहे थे, ये सब कुछ जादुई था। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मेरा सपना सच हो जाएगा, लेकिन ये हुआ। अभय और मैंने यह कर दिखाया। हम दोनों साथ रहते हैं और आज में बड़े गर्व से अभय को अपना पति बताता हूं।