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हाईकोर्ट ने खारिज की फर्जी एलआईसी एजेंट की अग्रिम जमानत याचिका
शिमला। हाईकोर्ट ने फर्जी एलआईसी एजेंट की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी है। प्रार्थी विजय कुमार शर्मा पर ऊना जिला के अंब में फर्जी एलआईसी एजेंट बन कर लोगों से धोखाधड़ी करने का आरोप है। न्यायाधीश ज्योत्सना रिवाल दुआ ने मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रार्थी की अग्रिम जमानत याचिका को खारिज कर दिया। कोर्ट ने जांच रिपोर्ट का अवलोकन करने पर पाया कि प्रार्थी ने लोगों से एलआईसी के नाम पर पैसे ऐंठने के लिए अन्य लोगों को भी काम पर लगा रखा था। आरोप है कि वह लोगों से एलआईसी पॉलिसी के नाम पर पैसे इक्कट्ठे करता था।
महिला ने लगाए थे ढाई लाख रुपए की ठगी के आरोप
मामले के अनुसार शिकायतकर्ता रक्षा देवी ने 14 जनवरी 2023 को पुलिस में दी शिकायत में आरोप लगाया है कि प्रार्थी ने उनसे विभिन्न समय में ढाई लाख रुपए एलआईसी के नाम पर लिए। इस बीमे की अवधि 25 फरवरी 2020 से 25 फरवरी 2021 तक बताई गई और उन्हें ढाई लाख रुपए के 2 लाख 80 हजार रुपए मिलने थे। जब प्रार्थी से यह रकम मांगी गई तो वह इस रकम को देने में आनाकानी करने लगा। इसके बाद शिकायतकर्ता ने अपने स्तर पर एलआईसी से जांच पड़ताल करवाई तो पता चला की उसे दिया गया एलआईसी बॉन्ड फर्जी है। इसके बाद प्रार्थी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि प्रार्थी 31 अक्टूबर 2010 से एलआईसी एजेंट तो था परंतु 1 नवम्बर 2022 को उसने एलआईसी छोड़ दी थी। अभी तक की जांच में सामने आया है कि यह अकेला मामला नहीं है जिसमें शिकायतकर्ता को ठगा गया हो। स्टेट्स रिपोर्ट में अनेकों लोगों के नाम हैं जिन्हें ठगने का आरोप प्रार्थी पर लगाया गया है।
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