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ब्रेकिंगः बीजेपी एमएलए नरेंद्र बरागटा नहीं रहें, पीजीआई में ली अंतिम सांस
शिमला। मुख्य सचेतक व जुब्बल- कोटखाई के विधायक नरेंद्र बरागटा का निधन हो गया। 69 वर्षीय बरागटा कुछ समय से बीमार चल रहे थे और पीजीआई (PGI) में उनका इलाज चल रहा था। आज सुबह पांच बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। नरेंद्र बरागटा( Narendra Bragta) के बेटे चेतन बरागटा ने ट्वीट कर उनके निधन की जानकारी दी। कोविड से उबरने के बाद बरागटा पिछले कुछ समय से फेफड़ों के संक्रमण से जूझ रहे थे और 10- 12 दिन से पीजीआई में एडमिट थे। पीजीआई से बरागटा की देह को चंडीगढ़ स्थित हिमाचल भवन लाया गया जहां पर सीएम जयराम ठाकुर , हिमाचल बीजेपी अध्यक्ष सुरेश भारद्वाज व पार्टी के अन्य नेताओं ने श्रद्धासुमन अर्पित किए। इसके बाद दिवंगत बीजेपी विधायक नरेंद्र बरागटा की देह शिमला पहुंचने पर पार्टी कार्यालय दीप कमल में रखी गई। सीएम जयराम ठाकुर,बीजेपी अध्यक्ष सुरेश कश्यप सहित अन्यों ने दी उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
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मेरे पिता व हम सभी के प्रिय भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता, पूर्व मंत्री, हिमाचल प्रदेश सरकार में मुख्य सचेतक श्री नरेन्द्र बरागटा जी स्वास्थ्य से सम्बंधित लम्बे संघर्ष के बाद अपने जीवन की अंतिम लड़ाई हार गए। pic.twitter.com/B02gGbr40T
— Chetan Bragta (@chetanbragta) June 5, 2021
सीएम जयराम ठाकुर ( CM Jairam Thakur) शुक्रवार को चंडीगढ़ में उनका हाल जाना था। सीएम जयराम ने बरागटा के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति की कामना की है। सीएम ने लिखा है आज हमने एक ईमानदार नेता खो दिया है, यह जुब्बल-कोटखाई एवं हिमाचल बीजेपी ही नहीं पूरे हिमाचल के लिए अपूर्णीय क्षति है।
भारतीय जनता पार्टी हिमाचल के वरिष्ठ नेता, पूर्व मंत्री व प्रदेश सरकार में मुख्य सचेतक श्री @NarinderBragta जी के निधन का समाचार सुन कर स्तब्ध हूँ।
आज हमने एक ईमानदार एवं कर्मठ नेता को खोया है।
जुब्बल-कोटखाई एवं हिमाचल भाजपा सहित यह पूरे हिमाचल के लिए अपूरणीय क्षति है।
1/2 https://t.co/oS3vgLlNm4— Jairam Thakur (@jairamthakurbjp) June 5, 2021
बीजेपी ने अपने कार्यक्रम स्थगित किए
नरेंद्र नरागटा के निधन के चलते बीजेपी ने रद्द कर दिए है। पर्यावरण दिवस के अवसर पर बीजेपी ने आज कई कार्यक्रम रखे थे लेकिन आज सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए है।
कल कोटखाई में होगा अंतिम संस्कार
बरागटा की हार्ट की सर्जरी के उपरांत कोविड से पीड़ित हो गए थे। लेकिन उन्होंने कोरोना को तो मात दे दी लेकिन फिर उनके फेफड़ों में पानी भर जाने से उन्हें निमोनिया की गंभीर शिकायत हो गई थी। इसी के चलते उन्हें पीजीआई में भर्ती करवाया गया था। बीते कल ही सीएम जयराम ठाकुर व बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप बरागटा का हालचाल जानने के लिए उनके बेटे चेतन बरागटा से चंडीगढ़ में मिले थे। बरागटा क्योंकि आईसीयू में थे, इसलिए उनसे मिलने की किसी को अनुमति नहीं थी।बरागटा के पार्थिव शरीर को पीजीआई से चंडीगढ़ स्थित हिमाचल भवन ले जाया गया। वहां से बरागटा के पैतृक गांव कोटखाई स्थित टहटोली ले जाएगा जहां पर कल रविवार को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
मेरे बचपन के मित्र, पार्टी में सहयोगी, हिमाचल प्रदेश सरकार में मुख्य सचेतक श्री नरेन्द्र बरागटा जी अब हमारे बीच नहीं रहे। यह हम सब के लिये पीड़ादायक समय है। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करे व परिवार जनों को दुख सहने की शक्ति प्रदान करे।
ॐ शांति। pic.twitter.com/Axa7hY5EVt— Suresh Bhardwaj (@SBhardwajBJP) June 5, 2021
पहली बार शिमला से वर्ष 1998 में विधायक चुने
नरेंद्र बरागटा का जन्म 15 सितंबर 1952 को गिंदा देवी व सूरत सिंह बरागटा के घर हुआ था। उन्होंने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला ने राजनीति शास्त्र में एमए की। वे पहली बार शिमला से वर्ष 1998 में विधायक चुने गए। इसके बाद वे दोबारा जुब्बल-कोटखाई से 2007 में विधायक बने। इस दौरान वह धूमल सरकार में बागवानी मंत्री भी रहे। बरागटा तीसरी बार 2017 में विधायक चुने गए। इस बार उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया। जयराम सरकार ने बरागटा को विधानसभा में मुख्य सचेतक बनाया था। दिवंगत बीजेपी विधायक नरेंद्र बरागटा की देह शिमला पहुंचने पर पार्टी कार्यालय दीप कमल में रखी गई। सीएम जयराम ठाकुर,बीजेपी अध्यक्ष सुरेश कश्यप सहित अन्यों ने दी उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।