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शिमला। जयराम कैबिनेट विस्तार के बाद गुरुवार शाम बुलाई गई बीजेपी विधायक दल की बैठक से प्रमुख तौर पर पांच बीजेपी विधायकों (BJP MLA) ने किनारा कर लिया। ये वो विधायक हैं, जोकि कैबिनेट में जगह पाने के लिए कसरत कर रहे थे। इनमें बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष व नाहन के विधायक डॉ राजीव बिंदल, चीफ व्हिप नरेंद्र बरागटा, ज्वालामुखी के विधायक रमेश धवाला, चुवाड़ी के विधायक विक्रम जरयाल, हमीरपुर के विधायक नरेंद्र ठाकुर शामिल है। इससे साफ होने लगा है कि पार्टी के भीतर नाराजगी बढ़ गई है। इन विधायकों ने बैठक में ना जाकर इस बात की तरफ इशारा भी कर दिया है। इसी बीच, आज जब पार्टी के नवनियुक्त बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप (BJP state president Suresh Kashyap) मीडिया से बातचीत करने पहुंचे तो वह इस मसले पर सफाई देते दिखे।
कश्यप का कहना है कि विधायक दल की बैठक (Legislature Party meeting) में लगभग सभी विधायक मौजूद थे, जो निजी कारणों से नहीं आ पाए थे, उन्होंने इसकी सूचना दे दी थी। इसमें किसी प्रकार की नाराजगी की कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि बीते कल कैबिनेट का विस्तार (Cabinet extension) किया गया तीन पद भरे गए। बीजेपी सरकार और संगठन में खाली पदों को भरा गया।
नवनियुक्त बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कहा कि जो काम पार्टी ने मुझे सौंपा है मैं उसे पूरी निष्ठा के साथ इसको निभाउंगा। हमारा मुख्य लक्ष्य पार्टी को और मजबूती प्रदान करते हुए 2022 में फिर बीजेपी की सरकार बनाना है। उसके लिए सभी को साथ लेकर चलेंगे। हम 2022 का लक्ष्य लेकर चले हैं। सीएम जयराम ठाकुर (CM Jairam Thakur) के नेतृत्व में पार्टी आगे बढ़ रही है और विकास के नए आयाम स्थापित किए गए हैं। इन सारी बातों को लेकर हम आगे बढ़ेंगे। संगठन में फेरबदल को लेकर सुरेश कश्यप ने कहा कि अभी संगठन का गठन हुआ है इसमें बदलाव की जरूरत नहीं है। निचले मोर्चों का गठन जारी है। उन्होंने कहा कि मुझे बीजेपी की टीम की जिम्मेदारी दी गई है मुझे नई टीम की जरूरत नहीं हैं।
प्रदेश बीजेपी के नव नियुक्त अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कहा है कि फ़ौजी होने के नाते वे हर चुनौती से लड़ने के लिए तैयार है और जो नई जिम्मेदारी पार्टी ने अनुसूचित जाति के व्यक्ति को दी है उस पर खरा उतरने का काम करेंगे। 2022 में बीजेपी को प्रदेश में रिपीट करवाना उनका मुख्य लक्ष्य रहेगा। जिसके लिए आलाकमान के दिशा-निर्देशों अनुसार सरकार और संगठन के बीच तालमेल कर पार्टी को आगे बढ़ाया जाएगा। कोरोना काल में पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने सभी वर्गों के लिए जो काम किया वह सराहनीय है। साथ ही हिमाचल प्रदेश की जयराम सरकार ने भी विपरीत परिस्थितियों में प्रदेश के लोगों का कोरोना काल में साथ दिया। लेकिन कांग्रेस पार्टी सरकार के खिलाफ बेवजह बयान बाजी कर रही है। कांग्रेस को कोरोना काल में सरकार का सहयोग कर सकारात्मक भूमिका अदा करनी चाहिए थी लेकिन ऐसा न कर कांग्रेस सड़कों में आकर महामारी के दौर में भी राजनीति कर रही है। जो विपक्ष को शोभा नहीं देता है।
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