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हिमाचल कैबिनेट: प्रदेश में नहीं लगाई कोई बंदिशें, क्लास 3 भर्ती में किया बड़ा बदलाव
Last Updated on January 14, 2022 by saroj patrwal
शिमला। हिमाचल में शुक्रवार को सीएम जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में सचिवालय में कैबिनेट की बैठक (Cabinet Meeting)का आयोजन किया गया। कैबिनेट बैठक में जयराम सरकार ने फिलहाल कोई नई कोरोना बंदिशें (Corona Restrictions) नहीं लगाई हैं। प्रदेश में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों के बीच जयराम सरकार ने कोई अतिरिक्त बंदिशें ना लगाने का निर्णय लिया है। सरकार ने पुरानी बंदिशों को कायम रखने का फैसला लिया है।
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इसी तरह से कैबिनेट बैठक में जयराम सरकार ने तृतीय श्रेणी के भर्ती में बड़ा फैसला लिया है। कैबिनेट ने क्लास थ्री की भर्ती से इंटरव्यू हटाने का भी निर्णय कैबिनेट ने लिया है। अब लिखित परीक्षा के आधार पर मेरिट बनाई जाएगी। कैबिनेट बैठक में तृतीय श्रेणी की सीधी भर्ती (Class III Recruitment) में 15 अंकों की मूल्यांकन प्रक्रिया को समाप्त करने का फैसला लिया है।कैबिनेट ने जिला कुल्लू के चमारला गांव का नाम बदलकर धाराबाग और जिला हमीरपुर के चमारकड़ का नाम धनेड़-1 और जिला शिमला के बन्दूर का नाम विक्तादी करने को मंजूरी दी।
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सीएम जयराम की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में स्वर्ण जयंती ऊर्जा नीति-2021 को स्वीकृति प्रदान की गई। इस नीति के अन्तर्गत स्वच्छ एवं हरित ऊर्जा विकास की परिकल्पना की गई है और विशेष तौर पर पन विद्युत, सौर ऊर्जा और अन्य हरित ऊर्जा स्रोतों के तीव्र दोहन से वर्ष 2030 तक 10 हजार मेगावाट अतिरिक्त ऊर्जा उत्पादन किया जाएगा। इस नीति में हरित ऊर्जा स्रोतों के तीव्र विकास के लिए चार सूत्रीय योजना के अन्तर्गत राज्य, संयुक्त, केंद्रीय और निजी क्षेत्र की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। इस नीति का उद्देश्य राज्य में पर्याप्त और प्रभावशाली पारेषण (ट्रांसमिशन) नेटवर्क स्थापित करने के लिए ट्रांसमिशन मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा जिससे जल और सौर ऊर्जा परियोजनाओं की योजना और समयबद्ध क्रियान्वयन में सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। इस नीति में नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों जैसे सौर, पवन, बायोमास और अन्य गैर पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों के दोहन पर विशेष बल दिया गया है।
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कैबिनेट ने हिमाचल प्रदेश स्वर्ण जयंती खेल नीति-2021 को भी अपनी स्वीकृति प्रदान की। इस नीति के अन्तर्गत उच्च गुणवत्ता की खेल अधोसंरचना के विकास, रख-रखाव और उपयोग पर विशेष बल दिया गया है। इसके अतिरिक्त सार्वजनिक एवं निजी भागीदारी को प्रोत्साहन देते हुए खेल अधोसंरचना के निर्माण, शैक्षणिक संस्थानों से समन्वय स्थापित करते हुए खेलों को बढ़ावा देने और खिलाड़ियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने और उच्च मानकों के साथ उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रशिक्षण, प्रोत्साहन और समर्थन दिया जाएगा। इस नीति का उद्देश्य खेलों के दूरगामी विकास के दृष्टिगत प्रशिक्षण में वैज्ञानिक अनुसंधान को शामिल करना और खेल प्रतिभाओं की पहचान और उन्हें सम्मान देना तथा खेल के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले महिला एवं पुरुष खिलाड़ियों को पुरस्कृत करना है।
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