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चीन में पढ़ाएगा किसान का बेटा संजय, असिस्टेंट प्रोफेसर के बतौर हुआ चयन
गोहर (संजीव कुमार)। सराज जैसे दुर्गम क्षेत्र की ग्राम पंचायत शिल्हीबागी के रोपड़ी गांव के किसान के बेटे 30 वर्षीय डॉ. संजय कुमार चीन में बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर (Appointed as Assistant Professor) अपनी सेवाएं देंगे। डॉ. संजय कुमार को चीन (China) के शियान स्थित जियोतोंग यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ मटीरियल साईंस एंड इंजीनियरिंग में असिस्टेंट प्रोफेसर चुना गया है।
डॉ. संजय का सपना विदेश में शिक्षण देने का था। उसी को साकार करने के लिए उन्होंने ऑनलाईन आवेदन किया था। जियोतोंग यूनिवर्सिटी में कई राउंड के ऑनलाईन इंटरव्यू के बाद उनका चयन हुआ है। यह नियुक्ति चार वर्षों के अनुबंध आधार पर हुई है। उन्हें इसके लिए सालाना 25 लाख (भारतीय रुपए) का पैकेज मिलेगा। उनका चयन जनवरी 2023 में हो गया था, लेकिन वीजा आदि औपचारिकताओं को पूरा करने में समय लग गया। डॉ. संजय गुरुवार को चीन के लिए रवाना हो गए हैं। विदेश में सेवाएं देने के बाद वे वापस भारत लौटकर अपनी सेवाएं देंगे।
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पिता करते हैं खेतीबाड़ी
डॉ. संजय कुमार के पिता भीम सिंह गांव में खेतीबाड़ी करते हैं। मां डोमला देवी गृहणी हैं। एक छोटा भाई है, जो प्राईवेट कंपनी में जॉब करता है। डॉ. संजय ने जमा दो तक की शिक्षा थुनाग स्कूल (Thunag School) से ग्रहण की। उसके बाद उन्होंने बासा के डिग्री कॉलेज से ग्रैजुएशन की। एचपीयू से मास्टर डिग्री हासिल करने के बाद उन्होंने जेपी यूनिवर्सिटी से फिजिक्स में पीएचडी (PHD in Physics) की। इस दौरान उन्होंने कई निजी संस्थानों में बतौर अध्यापक अपनी सेवाएं दीं। परिवार की तरफ से पूरा सहयोग मिला और खुद भी जमकर मेहनत की और अब जाकर उनका सपना साकार हुआ है।