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शीतकालीन सत्र: हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही 2 बजे तक स्थगित, राहुल बोले- किस बात की माफी?
नई दिल्ली। मंगलवार को लोक सभा की कार्यवाही शुरू होते ही विरोधी दलों ने राज्य सभा सांसदों के निलंबन के मसले पर हंगामा करना शुरू कर दिया। हंगामे के बीच स्पीकर ने प्रश्नकाल चलाने की कोशिश की। लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने हंगामा करने वाले सांसदों पर नाराजगी जताते हुए सांसदों से प्रश्नकाल चलने देने की अपील की।
लेकिन विरोधी दलों का हंगामा जारी रहा और इसे देखते हुए लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। सदन स्थगित होने के बाद मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि राज्य सभा सांसदों के निलंबन के खिलाफ कांग्रेस और अन्य विरोधी दलों ने लोकसभा से वाकआउट किया है। वहीं, राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा कि विपक्षी सांसद किस बात की माफी मांगे। सदन में जनता की आवाज उठाने की।
किस बात की माफ़ी?
संसद में जनता की बात उठाने की?बिलकुल नहीं!
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 30, 2021
संसद भवन परिसर में गांधी प्रतिमा पर विरोधी दलों के प्रदर्शन में शामिल हुए तृणमूल कांग्रेस के निलंबित सांसदों ने अपने निलंबन को गलत बताते हुए कहा कि सरकार के गलत कामों का विरोध करना उनका अधिकार है, और वो माफी नहीं मांगेंगे। तृणमूल कांग्रेस सांसद डोला सेन ने कहा,” जिस सांसद ने टेबल पर चढ़ कर हंगामा किया उन्हें पंजाब विधान सभा चुनाव की वजह से छोड़ दिया गया और हमारे खिलाफ एक्शन लिया गया।”
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विपक्षी एकता को लेकर आईएएनएस द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए डोला सेन ने कहा कि “सरकार विरोधी दलों को बांटने की कोशिश कर रही है लेकिन सरकार के खिलाफ विरोधी दलों में एकता है और रहेगी।” टीएमसी सांसद डोला सेन ने कहा कि “जनता की आवाज को सदन में उठाना हमारा काम है और हम ये करते रहेंगे। कृषि कानूनों को उन्होंने वापस ले लिया है और हम सीएए, एनसीआर का विरोध करते रहेंगे।”
उन्होंने 2024 में भाजपा सरकार की विदाई का दावा करते हुए कहा कि हमारे निलंबन को लेकर उन्होंने किसी कानून और नियम का पालन नहीं किया। तृणमूल कांग्रेस की एक अन्य निलंबित सांसद शांता छेत्री ने कहा कि “विपक्ष को सदन में बोलने का अधिकार तो देना चाहिए। उन्होंने सरकार पर संसदीय लोकतंत्र को खत्म करने का आरोप लगाते हुए कहा कि हम माफी नहीं मांगेंगे । अपने निलंबन के खिलाफ धरना देते रहेंगे।”
–आईएएनएस
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