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कब तक फैलता रहेगा Corona और कितने समय तक इम्युनिटी देगी Vaccine, पढ़ें पूरी खबर
नई दिल्ली। कोरोना के इलाज के लिए भले ही वैक्सीन (Vaccine) तैयार कर दी गई है, लेकिन अभी भी कोरोना (Corona) से बचाव के लिए हमें लंबा रास्ता तय करना है। वैक्सीन आने के बाद भी एक सवाल लोगों के मन में बना हुआ है कि आखिर कब तक कोरोना फैलता (Corona Spread) रहेगा। इसके अलावा यह सवाल भी लोगों के मन में है कि कोरोना वैक्सीन लगाने के बाद कितने समय तक दोबार वो कोरोना संक्रमित नहीं होंगे। यानी कब तक इम्युनिटी (Immunity) बनी रहेगी। इस मामले में अब विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ (WHO) की मुख्य वैज्ञानिक डॉक्टर सौम्या स्वामीनाथन (Soumya Swaminathan) ने जवाब दिया है।
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सौम्या स्वामीनाथन ने जवाब में कहा है कि जब तक 70 फीसदी आबादी में कोरोना की एंटीबॉडी (Anty Body) विकसित नहीं हो जाती तब तक कोरोना वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को फैलता रहेगा। हालांकि सौम्य स्वामीनाथन ने यह भी कहा कि यह एक मुश्किल काम है, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि खसरा एक अत्याधिक संक्रामक वायरस है। इसमें इम्युनिटी की सीमा 95 फीसदी तक है।
वैज्ञानिक ने जताई नए स्ट्रेन पर चिंता
इसके साथ ही डब्ल्यूएचओ की मुख्य वैज्ञानिक ने कुछ और भी सवाल किए उन्होंने कहा कि हमें इस बात पर नजर रखनी होगी कि वायरस क्या-क्या कर रहा है। कहीं वायरस एंटीबॉडी से बचने के लिए तरीके तो नहीं ढूंढ रहा। उन्होंने कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन पर भी चिंता जताई। सौम्य स्वामीनाथन ने कहा कि यह कोरोना का न्या स्ट्रेन पुराने कोरोना वायरस से भी ज्यादा घातक है। उन्होंने कहा कि हमें वैक्सीन की दूसरी पीढ़ी पर निवेश करना होगा जो अलग-अलग प्रोटीन को टारगेट कर रही हैं।
डॉक्टर सौम्या स्वामीनाथन ने बताया कि हाल में हुए मेडिकल शोध में कहा गया है कि कोरोना वायरस के खिलाफ 8 महीने तक इम्युनिटी रहती है तो वहीं कुछ वैक्सीन बनाने वालों ने दावा किया है कि उनकी वैक्सीन से कई सालों तक कोरोना के खिलाफ इम्युनिटी बनी रहती है। उन्होंने कहा कि देखना होगा कि लोगों को बूस्टर डोज की जरूरत पड़ती है या नहीं। भारत में कोरोना वैक्सीनेशन अभियान 16 जनवरी से शुरू होने जा रहा है। बताया जा रहा है कि भारत में पहले 30 से 40 करोड़ लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी। यानी कि भारत की 135 करोड़ की आबादी के हिसाब से हमें अभी लंबा सफर तक करना है ताकि कोरोना वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक नहीं फैले।