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HRTC पेंशनर्स ने किया शिमला जामः पुलिस के साथ धक्कामुक्की, सचिव ने वार्ता के लिए बुलाए
Last Updated on June 8, 2022 by Vishal Rana
प्रदेश भर से हिमाचल पथ परिवहन निगम के पेंशनर(HRTC pensioners) सचिवालय का घेराव करने के लिए शिमला पहुंचे हैं। पेंशनर नारेबाजी करते हुए टॉलेंड से सचिवालय की ओर बढ़ रहे हैं, लेकिन पुलिस ने इन्हें आगे जाने की अनुमति नहीं दी। इसी दौरान पुलिस और प्रदर्शन कारियों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई। एक बाइक सवार भी प्रदर्शकारियों के गुस्से का शिकार हो गया। ये पेंशनर थाली और शंख बजा कर प्रदर्शन कर रहे हैं। उधर प्रधान सचिव ट्रांसपोर्ट ने पेंशनरों को वार्ता के लिए भी बुलाया है। प्रदर्शनकारियों को सचिवालय पहुंचने से रोकने के लिए मौके पर काफी संख्या में पुलिस बल तैनात है। पेंशनर की हड़ताल के बाद शिमला में हाइवे पर ट्रैफिक बुरी तरह प्रभावित हो गया है। इसके बाद टॉलेंड से खलीणी, टॉलेंड से शिमला और टॉलेंड से संजोली की और लंबा ट्रैफिक जाम लग गया है।
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एचआरटीसी पेंशनर लंबे समय से उनके देय वित्तीय लाभ जारी करने की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन HRTC प्रबंधन इनकी मांगों को पूरा नहीं कर पा रहा है। प्रदेश में जनवरी 2016 से सभी कर्मचारियों को पंजाब की तर्ज पर नए वेतनमान के लाभ देय है। इसी तरह पेंशनर को समय पर पेंशन का भुगतान नहीं किया जाता है। इससे परिवार का भरण-पोषण मुश्किल हो गया है। राज्य सरकार लगभग अपने सभी कर्मचारियों और पेंशनर को संशोधित वेतनमान दे चुकी है, लेकिन HRTC समेत कई बोर्ड व निगमों में कर्मचारियों और पेंशनर को नए वेतनमान के लाभ नहीं दिए जा सके हैं। इनके मेडिकल बिलों का भी लंबे समय से भुगतान नहीं किया गया है।
HRTC पेंशनर कल्याण संघ ने प्रबंधन को एक माह पहले ही हड़ताल की चेतावनी दे दी थी। पेंशनर कल्याण संघ के अध्यक्ष सत्य प्रकाश ने बताया कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गई तो आने वाले दिनों में आंदोलन को और उग्र किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इससे पहले 12 मई को भी पेंशनर प्रदर्शन कर चुके हैं लेकिन सरकार और प्रबंधन के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रहीं है।