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एचआरटीसी के पेंशनरों ने दी आत्मदाह की धमकी, ऊना में किया प्रदर्शन
HRTC Pensioners Protest : ऊना। हिमाचल परिवहन सेवानिवृत कर्मचारी कल्याण मंच (HRTC Welfare Platform) के बैनर तले शुक्रवार को परिवहन निगम के पेंशनर्स (HRTC Pensioners) ने ऊना में हल्ला बोल प्रदर्शन करते हुए सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। सालों से लंबित चल रही परिवहन निगम के सेवानिवृत्त कर्मचारियों (Retired Employees) की मांगों को लेकर इस प्रदर्शन की कॉल कल्याण मंच द्वारा की गई थी। जिसमें कल्याण मंच के प्रदेश अध्यक्ष बलराम पुरी (Balram Puri) विशेष रूप से उपस्थित हुए और उन्होंने रोष प्रदर्शन और रोष मार्च की अगुवाई की।
समस्याओं को हल करने का दिया था आश्वासन
इस मौके पर बलराम पुरी (Balram Puri) ने कहा कि हिमाचल पथ परिवहन निगम परिवार से आने वाले सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सत्ता हासिल करने से पहले इन पेंशनर्स (Pensioners) की सभी समस्याओं का स्थाई समाधान करने का ऐलान किया था लेकिन प्रदेश सरकार के गठन को कितना समय बीत चुका है अभी तक उन्हें इन कर्मचारियों (Employee) का दर्द दिखाई नहीं दिया। बलराम पुरी ने कहा कि मौजूदा डिप्टी सीएम (Deputy CM Mukesh Agnihotri) और परिवहन मंत्री मुकेश अग्निहोत्री पूर्व सरकार के समय नेता प्रतिपक्ष रहते हुए पेंशनरों को अपनी तरफ खींचने के लिए बड़ी-बड़ी बातें करते थे लेकिन वह भी पिछले डेढ़ साल से मौन धारण किए बैठे हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 के संशोधित वेतनमान का एरिया अभी तक पेंडिंग चल रहा है जिसे देने का सरकार नाम नहीं लेती। जबकि अन्य विभागों के कर्मचारियों को वेतनमान का एरियर दो किस्तों में 50,000 और 15 फ़ीसदी एरिया का भुगतान कर दिया है।
पेंशनरों को बढ़ी हुई पेंशन का भुगतान नहीं हुआ
बलराम पुरी ने कहा कि सरकारी कर्मचारियों (Government Employees) को 65, 70 और 75 वर्ष की आयु पूरी होने पर 5, 10 और 15 फ़ीसदी पेंशन बढ़ोतरी जारी कर दी है। लेकिन निगम के पेंशनरों को इसका भुगतान नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2015 से महंगाई भत्ते की अंतिम राहत और महंगाई भत्ते के एरियर (Arrears Of Dearness Allowance) की अदायगी भी नहीं की गई। सेवा काल के 20 और 32 वर्ष पूरा करने के बाद दी जाने वाली वेतन वृद्धि का एरियर भी जारी नहीं किया जा सका। बुजुर्ग अवस्था में पहुंचकर कई प्रकार की बीमारियों से जूझ रहे इन पेंशनर्स के वर्ष 2022 से लंबित पड़े मेडिकल बिलों (Medical Bill) की अदायगी भी नहीं की जा सकती है। हालत यह है कि हार्ट अटैक कैंसर और अन्य गंभीर बीमारियों से जूझ रहे पेंशनरों को मेडिकल बिल का भुगतान के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। फरवरी 2023 के बाद सेवानिवृत्त हुए सभी पेंशनरों को ग्रेच्युटी (Gratuity To Pensioners) और लीव इनकैशमेंट का भुगतान नहीं किया गया। मार्च 2024 से आज तक सेवानिवृत हुए हिमाचल पक्ष परिवहन निगम के कर्मचारियों को पेंशन नहीं लगाई जा सकी है।
पेंशनरों का हक दबा रही सरकार
बलरामपुरी ने कहा कि न्यायालय (Court) के तमाम निर्णय का पालन करके निगम के पेंशनरों (Pensioners) को उसका लाभ दिया जाए बिना कारण आधारितों का समय बर्बाद ना करके करोड़ों रुपए वकीलों को नहीं दिए जाने चाहिए। लेकिन प्रदेश की सरकार पेंशनरों (Pensioners) का हक दबाने के लिए वकीलों पर परिवहन निगम (HRTC) का पैसा पानी की तरह बहा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के इस अड़ियल रवैया के चलते अब कई पेंशनर्स आत्मदाह करने पर भी उतारू हो चुके हैं।
सुनैना जसवाल