-
Advertisement
आईजीएमसी के डॉक्टरों ने लगाए काले बिल्ले, 4 अक्टूबर को करेंगे सामूहिक छुट्टी
शिमला। स्टेट एसोसिएशन ऑफ मेडिकल एंड डेंटल टीचर आईजीएमसी (IGMC) के डॉक्टर आज से काले बिल्ले लगाकर काम किया। वहीं 4 अक्टूबर को सभी डॉक्टर सामूहिक अवकाश पर जाएंगे। साफ है कि अब मरीजों को परेशानी आने वाली है। डॉक्टर अकादमिक भत्ता (Academic Allowance) जारी करने की मांग कर रहे हैं। सेमडिकोट के अध्यक्ष डॉ राजेश सूद (Dr Rajesh Sood) ने बताया कि सरकार ने स्पेशलिस्ट डॉक्टरों का अकादमिक भत्ता 7500 से 18000 रुपए कर दिया है। इसका तो वे स्वागत करते हैं, लेकिन मेडिकल कॉलेजों में काम करने वाले डॉक्टरों को अभी तक यह भत्ता नहीं दिया है।
यह भी पढ़ें:हिमाचल: जयराम सरकार ने 8 दिन में बुलाई दूसरी कैबिनेट बैठक, क्या हैं अहम मुद्दे
सरकार ने कमेटी (Committee) बनाई थी, लेकिन इस कमेटी ने इस अकादमिक भते की अभी तक कोई सिफारिश नहीं की है। ऐसे में लगभग 250 डॉक्टर सामूहिक अवकाश पर जाएंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी। आईजीएमसी में प्रदेशभर से मरीज रेफर किए जाते हैं। ऐसे में डॉक्टर के सामूहिक अवकाश (Mass Holiday) पर जाने से मरीजों को इलाज नहीं मिल पाएगा। वार्डों में भी इससे दिक्कतें होगी। स्टेट एसेसिएशन ऑफ मेडिकल एंड डेंटल कॉलेज टीचर्स के उपाध्यक्ष डॉ रामलाल, महासचिव डॉ जीके वर्मा (Dr GK Verma) , सहसचिव डॉ विनय सौम्या ने कहा कि आपातकालीन सेवाएं जारी रहेंगी। आईजीएमसी में हर रोज होती है 3000 ओपीडी आईजीएमसी अस्पताल में रोजाना 3000 से अधिक मरीजों की ओपीडी होती है। इसमें 100 से अधिक मरीज इमरजेंसी में इलाज करवाने आते हैं। इतने ही नए मरीज हर रोज अस्पताल में दाखिल किए जाते हैं।
हिमाचल और देश-दुनिया की ताजा अपडेट के लिए join करें हिमाचल अभी अभी का Whats App Group