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हिमाचल में Corona की दवा बनकर तैयार, सीएम जयराम ने बताया बड़ी उपलब्धि
शिमला। हिमाचल में कोरोना संक्रमण (Corona infection) से पार पाने के लिए दवा बनकर तैयार हो गई है। बद्दी (Baddi) से दिल्ली के लिए करीब 30 हजार टैबलेट्स (30 Thousand tablets) का पहला बैच भेज दिया गया है। सीएम जयराम ठाकुर ने इसे प्रदेश के लिए एक बड़ी उपलब्धि करार दिया है। बीबीएन स्थित ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स कंपनी (Glenmark Pharmaceuticals Company) ने फैबिफ्लू (Fibiflu) नाम से कोरोना की दवा बनाई है जोकि बाजार में उतारी जा रही है। कोविड-19 रोगियों के इलाज के लिए अरसरदार मानी जा रही एंटी वायरल दवा फेविपिराविर (फैबिफ्लू) का कंपनी एक माह में करीब 50 लाख टैबलेट्स का उत्पादन करेगी। सीएम जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) ने ये बात आज बीजेपी महिला मोर्चा की वर्चुअल रैली के बाद पत्रकारों से बातचीत में कही।
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ट्रायल मुंबई में हुआ और उत्पादन बद्दी में
सीएम ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कोरोना महामारी से लोग स्वस्थ हो रहे हैं। हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में रिकवरी रेट अन्य राज्यों से काफी बेहतर है। इसी बीच, औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन से प्रदेश के लिए उपलब्धि वाली सूचना आना सुकून भरा कहा जा सकता है। सभी स्वीकृतियों के बाद कंपनी ने हिमाचल प्रदेश के बद्दी में इस दवा फैबिफ्लू का उत्पादन शुरू किया था। भारतीय औषधि महानियंत्रक (DGCI) से अप्रूवल मिलने के बाद राज्य दवा नियंत्रक कार्यालय से भी इसके लाइसेंस की फौरन अनुमति प्राप्त हो गई थी। कई चरणों की जांच के बाद फैबिफ्लू का क्लीनिकल ट्रायल (Clinical trial) किया था। दवा का ट्रायल व अनुसंधान मुंबई (Mumbai) में ही किया है और उत्पादन बद्दी स्थित उद्योग में हो रहा है। कहा जा रहा है कि यह दवा हल्के व मध्यम कोरोना संक्रमित लोगों की बीमारी को 50 फीसद तक खत्म कर देगी। ठीक हुए व्यक्ति से आगे संक्रमण फैलने का खतरा भी ना के बराबर होगा। सफल ट्रायल (Successful trial) के बाद ही बाजार में इसे उतारा गया है।