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कॉमनवेल्थ वेटलिफ्टिंग में इंग्लैंड से ज्यादा कामयाब भारत, इस बार 4 मेडल किए अपने नाम
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देश के लिए रहा मजबूत खेल
कॉमनवेल्थ गेम्स (Commonwealth Games) के इतिहास में शूटिंग में सबसे ज्यादा कामयाबी मिली है। शूटिंग में अब तक भारत ने 63 गोल्ड समेत 135 मेडल जीते हैं। हालांकि, इस बार शूटिंग मेगा इवेंट का हिस्सा नहीं है। वहीं, वेटलिफ्टिंग भारत के लिए दूसरा सबसे मजबूत खेल रहा है। इस खेल में भारत को अब तक 43 गोल्ड समेत 125 मेडल मिले हैं।
वेट कैटेगरी में किए गए बदलाव
कॉमनवेल्थ गेम्स में इस बार मेंस और विमेंस की तमाम वेट कैटेगरी में बदलाव किए गए हैं। इसी के चलते पिछली बार 48 केजी में गोल्ड जीतने वाली मीराबाई चानू (Mirabai Chanu) को इस बार 49 केजी में हिस्सा लेना पड़ा। हालांकि, मीराबाई चानू ने पिछली बार की तरह इस बार गोल्ड मेडल अपने नाम किया। ओलंपिक में सिल्वर जीतने वाली मीराबाई चानू का ये तीसरा कॉमनवेल्थ मेडल है। उन्होंने साल 2014 में सिल्वर जीता था।
मीराबाई चानू ने जीता गोल्ड
गुरुराजा ने हासिल किया ब्रॉन्ज
वहीं, पिछली बार 55 केजी में सिल्वर जीतने वाले भारत के गुरुराजा पुजारी (Gururaja Poojary) ने इस बार 54 केजी में हिस्सा लिया। उन्होंने स्नैच में 118 और क्लीन एंड जर्क में 151 किलो वेट उठाया। यानी गुरुराजा पुजारी ने कुल 269 केजी वेट उठाया और ब्रॉन्ज (Bronze) अपने नाम किया।
संकेत ने जीता सिल्वर
इसके अलावा इस बार मेंस 61 केजी में संकेत महादेव (Sanket Mahadev) ने सिल्वर (Silver) जीता। उन्होंने कुल 248 केजी वेट उठाया। संकेत गोल्ड जीतने वाले मलेशिया के अनिक कासदान से सिर्फ एक केजी पीछे रहे।
बिंदिया रानी ने जीता सिल्वर
साल 2018 में विमेंस 53 केजी में के.संजीता चानू ने गोल्ड जीता था। वहीं, इस बार विमेंस 55KG में बिंदिया रानी देवी (Bindiya Rani Devi) ने सिल्वर (Silver) जीता है। उन्होंने 202 केजी वेट उठाया। बिंदिया भी गोल्ड जीतने वाली नाइजीरिया की अदजात ओलारिनोय सिर्फ एक केजी कम वेट उठाया।