-
Advertisement
मिशन इम्पॉसिबल-7 के बजट से 4 गुना कम है भारत के चंद्रयान 3 मिशन का खर्च
नई दिल्ली। इसरो के वैज्ञानिकों ने मिशन चंद्रयान 3 (Mission Chandrayan 3) को बहुत ही कम खर्च में तैयार किया है। भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम में शुक्रवार को तब एक और मील का पत्थर जुड़ गया, जब चंद्रयान मिशन 3 को इसरो ने सफलतापूर्वक लांच (ISRO Successfully Launched Chandrayan 3) कर दिया। चंद्रयान-3 का बजट रूस, चीन,अमेरिका के मून मिशन से काफी कम है। हॉलीवुड फिल्म मिशन इम्पॉसिबल-7 (Mission Impossible 7) के बजट के मुकाबले मिशन चंद्रयान-3 का बजट करीब चार गुना कम है। मिशन इम्पॉसिबल-7 का बजट 2386 करोड़ रुपये है वहीं चंद्रयान-3 का बजट 615 करोड़ रुपये है।
अगर गणना करें तो मून मिशन पर प्रति किलोमीटर का खर्च मात्र 16000 रुपये हैं। पृथ्वी से चांद की दूरी 3 लाख 84 हजार 403 किमी है। चंद्रयान 3 का कुल बजट 615 करोड़ रुपये है। इस हिसाब से देखें तो इस मिशन की लागत प्रति किलोमीटर 6000 रुपये हैं। ये रकम रूस, अमेरिका और चीन के लैंडर मिशन से काफी कम है।
यह भी पढ़े:आकाश में उड़ चला अपना चंद्रयान-3, 40 दिन बाद अगला स्टेशन चंद्रमा
बॉलीवुड से कम बजट
भारतीय फिल्मों से तुलना करें तो चंद्रयान-3 को तैयार करने में जितना पैसा लगा है, इतने में एसएस राजामौली की फिल्म RRR को बनी। लगभग उतने खर्च में आदिपुरुष (Adipurush) बनाई गई। यानी बहुत ही सीमित बजट में हमारे वैज्ञानिकों ने इसे तैयार किया। भारत चंद्रयान 3 की चंद्रमा पर सफल लैंडिंग कर लेता है तो हम रूस, अमेरिका और चीन के बाद ऐसा करने वाले चौथा देश बन जाएगा। वहीं इस मिशन के साथ ही इसरो (ISRO) के नाम पर बड़ी कामयाबी दर्ज हो जाएगी। जो काम अब तक नासा (NASA) नहीं कर पाया वो इसरो इस मिशन के पूरा होने के साथ कर लेगा। दरअसल चंद्रयान 3 चंद्रमा के साउथ पोल पर सॉफ्ट लैंडिग करने वाला है। अगर हम ऐसा कर लेते हैं तो दुनिया के पहले देश बन जाएंगे। आपको बता दें कि रूस, चीन, अमेरिका ने अब तक जितने भी मून मिशन किए हैं, उन्होंने चंद्रमा के Equatorial Region में लैंडिंग कराई थी। भारत का चंद्रयान-3 ने मुश्किल लोकेशन को चुना है।